प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए डोडा पहुंचे। यहां स्पोर्ट्स स्टेडियम में मोदी ने 45 मिनट की स्पीच दी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने परिवारवाद, आतंकवाद, पत्थरबाजी, कश्मीरी पंडित और आर्टिकल 370 जैसे मुद्दों पर जनता को संबोधित किया।
चालिस साल बाद प्रधानमंत्री के रूप में डोडा की चुनावी सभा में मोदी ने कहा – जम्मू-कश्मीर को कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी खानदान ने बर्बाद किया। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित कश्मीर का निर्माण करेंगे, ये मोदी की गारंटी है।
चालिस साल बाद प्रधानमंत्री के रूप में डोडा की चुनावी सभा में मोदी ने कहा – जम्मू-कश्मीर को कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी खानदान ने बर्बाद किया। इन तीन खानदानों ने मिलकर आपके साथ जो किया, वो किसी पाप से कम नहीं है। तीनों खानदान जम्मू-कश्मीर को दशकों तक बर्बादी देने के जिम्मेदार हैं। हम और आप मिलकर एक सुरक्षित कश्मीर का निर्माण करेंगे, ये मोदी की गारंटी है।
इस रैली के जरिए मोदी ने चिनाब घाटी के तीन जिलों, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन की 8 विधानसभा सीटों को साधा। 18 सितंबर को चुनाव के पहले फेज में कुल 24 सीटों पर वोटिंग होगी।
कश्मीरी पंडितों पर उन्होंने कहा- तीन दशक से ज्यादा हो गए, इसी दिन हमारे कश्मीरी पंडित टीका लाल टपलू को आतंकवादियों ने शहीद किया था। उनकी हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों के साथ अत्याचार का अंतहीन सिलसिला चला है। भाजपा ने कश्मीरी पंडितों के लिए आवाज उठाई, उनका साथ दिया। यहां मंच पर हमारी बेटी शगुन बैठी है। इनके पिता और चाचा दोनों को आतंकवादियों ने मार डाला था। अब भाजपा ने आतंकवाद पीड़ित इस बिटिया को टिकट दिया है। बेटी शगुन सिर्फ कैंडिडेट हैं, ऐसा नहीं है। ये आतंक को खत्म करने के भाजपा के मजबूत इरादों की जीती जागती तस्वीर है।
कश्मीर घाटी में बढ़ी दहशतगर्दी पर प्रधानमंत्री ने कहा – जम्मू-कश्मीर में तीन खानदानों ने यहां अलगाववाद और आतंकवाद के लिए जमीन तैयार की। इसका फायदा किसने उठाया, देश के दुश्मनों ने। ये लोग आतंकवाद को इसलिए पालपोस रहे थे ताकि इनकी अरबों-खरबों की दुकान चलती रहे। इनके गुनाहों की वजह से हमारे बच्चों की जान चली गई। ये चंद्रभागा घाटी, ये सालों साल चले आतंकवाद के दौर की गवाह रही है। याद करिए वो समय, जब दिन ढलते ही यहां अघोषित कर्फ्यू लग जाता था। सारी दुकानदारी ठप, सारा कामकाज ठप। तब केंद्र सरकार के गृहमंत्री तक लालचौक जाने से डरते थे।
कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा — यहां आतंकवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है। पिछले 10 साल में जम्मू-कश्मीर में जो बदलाव आया है, वो किसी सपने से कम नहीं है। जो पत्थर पहले पुलिस और फोर्स पर फेंकने के लिए उठते थे, उन पत्थरों से नया जम्मू-कश्मीर बन रहा है। ये सब कुछ किसने किया है? ये मोदी ने नहीं किया, ये जम्मू-कश्मीर के आप लोगों ने किया है। आपके इसी विश्वास को आगे बढ़ाते हुए जम्मू-कश्मीर भाजपा ने आपके लिए एक से बढ़कर एक संकल्प लिए हैं।