हरियाणा में देश और एशिया की सबसे बड़ी फल व सब्जी मंडी बनने वाली है। इसके लिए अधिकारियों ने निर्देश भी जारी कर दिए हैं और अब इस मंडी को बनाने का काम अब तेज गति से चल रहा है।
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मार्केट में किसानों एवं एफपीओस के लिए अधिक से अधिक स्थल उपलब्ध करवाए जाएं।
फल-सब्ज़ी मंडी का निर्माण कार्य तकनीकी समिति द्वारा निर्धारित 30 महीनों की समय सीमा से 6 महीने पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था| इसे तय समय से पहले पूरा कर लिया है। इस मंडी को 554 एकड़ में बनाया जा गया है। प्रमुख सचिव संजीव कौशल हरियाणा इंटरनेशनल होर्टिकल्चर मार्केटिंग कार्पोरेशन लिमिटेड ( एच.आई.एच.एम.सी.एल ) के निदेशक मण्डल बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता के बाद यह जानकारी दे रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय मार्केट परिसर के अंदर फल एवं सब्जी मंडी, फिश मार्केट, फूलों की मंडी, किसान बाजार, किसान उत्पादक संगठन के लिए अलग से मार्केट खोली जाएगी। इसके अलावा डेयरी उत्पाद बेचने के लिए अलग से मार्केट होगी। डेयरी उत्पाद में दूध, दही, लस्सी, मक्खन, पनीर आदि को बेचा जाना है।
मंडी परिसर में अलग से पोल्ट्री मार्केट भी शुरू की जाएगी। जहां पर हरियाणा के साथ जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों के किसान अपने व्यापार शुरू कर सकेंगे। इस मार्केट के चालू होने से एक लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध हो जाएंगे।