हरियाणा सरकार किसानो को धान की सीधी बुवाई करने की सालह भी दे रही है। इसके लिए किसानों को सेमिनार के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार का मानना है कि धान की सीधी बुवाई करने से पानी की बचत होगी। पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा और पैदावार भी अच्छी होगी। खास बात यह है कि राज्य सरकार धान की सीधी बुवाई करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी कर रही है।
खास बात यह है कि धान की सीधी बुवाई डीएसआर मशीन से की जाती है। इसलिए हरियाणा सरकार किसानों को डीएसआर मशीन खरीदने के लिए सब्सिडी भी दे रही है। हरियाणा सरकार का कहना है कि डीएसआर मशीन धान की बुवाई करने पर 25 प्रतिशत तक पानी की बचत होगी।
बता दें कि हरियाणा में करीब एक लाख एकड़ रकबे में धान की खेती होती है। यदि किसाई धान की सीधी बुवाई करते हैं, तो पानी की बहुत अधिक बचत होगी।
मेरी फसल, मेरा ब्योरा पोर्टल http://agriharyana.gov.in पर बीते 2 मई से पंजीकरण शुरू हो चुका है। सरकार पहले आओ- पहले पाओ के आधार पर किसानों को स्कीम का प्रोत्साहन राशि दे रही है। दरअसल, सरकार का मानना है कि धान की सीधी बुवाई से उर्जा की बचत होगी। साथ ही पानी की भी बचत होगी। इसके अलावा पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण पर भी ब्रेक लगेगा। इसलिए हरियाणा सरकार ने किसानों को धान की सीधी बुवाई करने के लिए 4 हजार प्रति एकड़ की दर प्रोत्साहन राशि देने का ऐलान किया है।
सीधी बुवाई करने से पानी की बचत होगी. पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचेगा और पैदावार भी अच्छी होगी। खास बात यह है कि राज्य सरकार धान की सीधी बुवाई करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित भी कर रही है।