संस्थान अभी तक 100 से ज्यादा सब्जियों की किस्में विकसित कर चुका है| संस्थान किसानों को उन्नत किस्मों के बीज भी उपलब्ध कराता है | किसान किसी भी सब्जी के उन्नत किस्म के बीज को बड़ी आसानी से घर बैठे ऑनलाइन तरीके से मंगा सकते हैं | किसान , सब्जियों के बीज आसानी से घर बैठे प्राप्त कर सकते हैं |
भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान के द्वारा ऑनलाइन सीड पोर्टल की व्यवस्था शुरू कर दी गई है| संस्थान के द्वारा विकसित हो रहे उन्नत सब्जी की किस्मों को कोई भी किसान संस्थान में आकर ले सकता है या वह घर बैठे ऑनलाइन सीड पोर्टल के माध्यम से भी मंगा सकता है | इसके लिए उनकी वेबसाइट iivr.icar.gov.in पर सीड पोर्टल के जरिए अपनी पसंद के बीज का आर्डर कर सकता है | किसानों के लिए यह एक बेहतर सुविधा होगी जिससे उनका उत्पादन ही नहीं बल्कि उनकी आय में भी इजाफा होगा|
संस्थान द्वारा अब तक 100 से ज्यादा सब्जियों की किस्मों को विकसित किया जा चुका है | सब्जी की विकसित किस्मों में टमाटर की काशी अमूल केस में सबसे ज्यादा चर्चित हुई | जो प्रति हेक्टेयर में 50 से 60 टन का उत्पादन देने में सक्षम है | इसके अलावा भिंडी की लालिमा किस्म को भी खूब पसंद किया गया
| यह किस्म बाजार की सामान्य भिंडी से ज्यादा महंगी बिकती है|
इसके अलावा मूली की काफी लोहित किस्म की खेती भी किसानों के द्वारा खूब की जा रही है | यह लाल रंग की मूली होती है, जिसमें विटामिन सी के साथ-साथ एंथोसाइन भी पाया जाता है | वहीं संस्थान में ही सेम की दो अलग-अलग किस्मों को विकसित किया गया, जिसमें बौनी सेम जिसे खेत में बिना मचान विधि के उगाया जा सकता हैं.तो पखिया सेम है जो स्टार की तरह होती है |इससे में पोषक तत्व भरपूर पाए जाते हैं |