इस साल भी कर्नाटक सरकार अपने राज्य के उत्तम आमों की ऑनलाइन बिक्री कर दी है। इसकी शुरुआत 16 मई, सोमवार से हो गई है।
कर्नाटक राज्य के आम विश्व प्रसिद्ध हैं। अपने राज्य के आमों को और ज्यादा लोकप्रिय करने के लिए कर्नाटक सरकार ने ऑनलाइन आमों की बिक्री शुरू कर दी है| आम विकास और विपणन निगम लिमिटेड ने आमों की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है। बता दें कि इससे पहले साल 2020 और 21 में भी सरकार ने ऑनलाइन आमों की बिक्री की थी। जिसके अपार सफलता के बाद एक बार फिर इन आमों को ऑनलाइन बेचा जा रहा है।
कर्नाटक राज्य आम विकास और विपणन निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सीजी नागराजू ने बताया कि “पिछले दो सालों से किसानों और ग्राहकों दोनों को इस पहल से फायदा हुआ है। वर्ष 2020 में राज्य भर में 35 हजार ग्राहकों को कुल 100 टन आम की आपूर्ति की गई और 2021 में कम उपज के बावजूद 45 हजार उपभोक्ताओं को 79 टन आम बेचा गया। इससे पता चलता है कि ग्राहक ऑनलाइन किसानों से अच्छी गुणवत्ता वाले आम खरीदना चाहते है।”
कर्नाटक में लगभग 90,000 हैक्टर भूमि पर आम के बाग हैं। इस प्रकार आम के वृक्षों के बीच की खाली भूमि पर यदि चारा उगाया जाये तो कर्नाटक राज्य में प्रतिवर्ष लगभग 40 लाख टन चारा का अतिरिक्त उत्पादन किया जा सकता है। इससे वर्ष भर लगभग 7 लाख पशुओं को हरा चारा खिलाया जा सकता है।
कर्नाटक का अप्पेमिडी आम की किस्में अपनी खास खुशबू के लिए जानी जाती हैं। जीरा, कपूर, नारंगी आदि जैसी खुशबू वाला यह आम अचार के लिए काफी पसंद किया जाता है। गुठली बनने से पहले साबूत आम को मसाले में डालकर अचार तैयार किया जाता है। इससे बने अचार की विशेषता है कि इसे 5 साल से अधिक समय तक भी बिना किसी रसायन के सुरक्षित रख सकते हैं। सामान्य आम के अचार में अगर एक-दो अप्पेमिडी डाल दें तो उसका स्वाद खास हो जाता है।