देश में अन्य फूलों की तुलना में गेंदे की फूल की मांग कई ज्यादा है। इस फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार राज्य सरकार किसानों को अनुदान दे रही है। बिहार सरकार ने गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना बनाई है। जिसके तहत गेंदा फूल की खेती के लिए सरकार 70 फीसदी तक सब्सिडी दे रही है। यही कारण है कि बिहार के इन 6 जिलों में गेंदे की खेती से किसानों कि कमाई काफी अच्छी हुई है। उत्तर बिहार के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे. इस कड़ी में उद्यान विभाग द्वारा 805 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस संबंध में किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. इससे किसानों को अच्छी आमदनी होगी. इसमें समस्तीपुर के अलावा मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी और पूर्वी चंपारण जिले को शामिल किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जिले में पहले गेंदा फूल की खेती काफी कम क्षेत्रफल में होती थी। इस लिहाज से वर्ष 2023-24 में मात्र 6 हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया था। विभाग द्वारा किसानों को जागरूक करने के बाद इसमें बढ़ोतरी हुई।
सरकार और गैर सरकारी संगठनों का मानना है कि उत्तर बिहार के किसान आत्मनिर्भर बनेंगे। इस बारे में उद्यान विभाग द्वारा 805 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस संबंध में किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे किसानों को अच्छी आमदनी होगी। इसमें समस्तीपुर के अलावा मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी और पूर्वी चंपारण जिले को शामिल किया गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक जिले में पहले गेंदा फूल की खेती काफी कम क्षेत्रफल में होती थी। इस लिहाज से वर्ष 2023-24 में मात्र 6 हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया था। विभाग द्वारा किसानों को जागरूक करने के बाद इसमें बढ़ोतरी हुई।
बिहार में योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसान डीबीटी पोर्टल पर पंजीकरण कर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्हें पहले आओ पहले पाओ के आधार पर योजना का लाभ दिया जाएगा। एक किसान अधिकतम 50 डिसमिल से एक हेक्टेयर भूमि पर इसकी खेती करने की योजना बनाता है। बता दें कि अभी तक यहां गेंदा फूल की खेती बहुत कम जमीन पर की जा रही थी। इस बार अधिक से अधिक किसानों को गेंदा फूल की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उद्यान विभाग द्वारा किसानों से ऑनलाइन आवेदन लिये जा रहे हैं। इसके बाद किसानों को अनुदानित दर पर गेंदा फूल के पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे। किसानों को प्रति हेक्टेयर 40 हजार रुपये इकाई लागत पर 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा यानी किसानों को प्रति हेक्टेयर 28 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। अनुदान राशि से ही किसानों को गेंदा के पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे।