आलू का उन्नत बीज मुहैया कराने को बिहार सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। सरकार ने चिप्सोना किस्म का बीज दिए हैं। सरकार की मंशा है कि बिहार के आलू उत्पादकों को आलू बीज भी तैयार करना चाहिए। सरकार बिहार में आलू का उन्नत बीज 70 प्रतिशत छूट के साथ दे रही है। इसके लिए सात जिलों को चुना गया है।
इस बारे में सूबे में कृषि सचिव कृषि संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि विभाग द्वारा आलू के कमर्शियल प्रभेद के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना से आलू के प्रसंस्कृत प्रभेद की मांग को देखते हुए किसानों को आलू के कुफरी चिप्सोना प्रभेद के बीज समय पर उपलब्ध कराने के साथ- साथ उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा रहा हैं। अग्रवाल ने बताया कि कृषि मंत्री द्वारा हाल ही में आलू उत्पादक किसानों के साथ एक बैठक की गई थी, जिसमें आलू के वाणिज्यिक प्रभेद को बढ़ावा देने के लिए विभाग के प्रयासों की जानकारी दी गयी।
सचिव कृषि ने बताया कि गया जिला में 30 हेक्टेयर में कुफरी चिप्सोना प्रभेद के आलू उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभाग द्वारा चयनित किसानों को बीज उपलब्ध कराया गया है। अभी मानपुर, गया टाऊन, गुरुआ और टनकुप्पा प्रखंड में 15 हेक्टेयर में कुफरी चिप्सोना की बुआई शुरु हो चुकी हैं। इसी प्रकार, नालंदा जिला के बिहारशरीफ, चंडी, नागरनौसा और रहुई प्रखंडों में किसानों द्वारा बुआई किया जा रहा हैं।
श्रीअग्रवाल ने बताया कि आलू के प्रसंस्करण हेतु उपयुक्त प्रभेद कुफरी चिप्सोना-1 के उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु सात जिलों यथा औरंगाबाद, गया, पटना, नालन्दा, सारण, समस्तीपुर एवं वैशाली का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम में किसानों की भागीदारी से 150 हेक्टेयर से आलू के कुफरी चिप्सोना-1 के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीज की आपूर्ति बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से किया जाना है।
कृषि विभाग द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र अन्तर्गत नालन्दा जिला के राजगीर राजकीय बीज गुणन प्रक्षेत्र में कुल 7 हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू प्रभेद कुफरी पुखराज के प्रजनक बीज से आधार बीज उत्पादन किया जा रहा है। साथ ही, वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए विभाग ने आलू प्रजनक बीज 1 हजार 470 क्विंटल की मांग केंद्र से की, जिसकी सहमति मिल गयी है। आगामी वर्ष 2025-26 में आलू बीज उत्पादन के लिए बीज की उपलब्धता हेतु कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली के पोर्टल पर प्रजनक बीज की मांग को अपलोड किया गया है। वर्ष 2025-26 में नालंदा, सिवान, सारण, समस्तीपुर और वैशाली जिला में 49 हेक्टेयर में प्रजनक बीज से आधार बीज उत्पादन किया जाएगा।