सरकारी अमला और उत्तर प्रदेश की चुनावी रैलियों में मुख्यमंत्री चीनी मिलों द्वारा किसानों को भुगतान के दावों को किसान झुठला रहे हैं। सहारनपुर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, जैसे जिलों के किसानों ने बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) ने गन्ना भुगतान को लेकर धरना प्रदर्शन किया। संघठन के कार्यकर्ताओं ने गन्ना भुगतान समेत नई खतौनियों का नवीनीकरण, विद्युत विभाग संबंधित समस्याओं को लेकर एसडीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया।उन्होंने डीएम को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार हापुड़ को सौंपा।
जिलाध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने कहा कि, जिले की तीनों तहसीलों में नई खतौनियों का नवीनीकरण किया गया है, जिनमें अधिकतर खतौनियों में त्रुटियों की शिकायत मिल रही है। उनके शुद्धिकरण करने के लिए किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।जिला उपाध्यक्ष चौधरी जन्म सिंह ने कहा कि, सिंभावली और बृजनाथपुर शुगर मिल पर किसानों का गन्ना बकाया भुगतान नही किया जा रहा है। इस संबंध में डीएम को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।इस मौके पर जिला प्रचार मंत्री अनिल त्यागी, महिला जिला अध्यक्ष नीलम त्यागी, ममता शर्मा, कल्पना देवी, रोशनी देवी, राजबीरी देवी, शोभा देवी, धनवीर शास्त्री, पीके वर्मा, राजेश चौधरी, मूलचंद यादव आदि शामिल रहे।
सहारनपुर की चीनी मिलों पर किसानों के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मुद्दे पर जिला अधिकारी डॉ दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में जिले की चीनी मिल के अधिकारियों के साथ गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर हुई बैठक में डीएम ने 31 मई तक बिडवी चीनी मिल व गांगनौली, गागलहेड़ी, टोडरपुर को 12 जून तक गन्ना भुगतान के निर्देश दिए। उन्होंने मिलों को फटकार लगाते हुए कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
चीनी मिलों के प्रबधकों की संपन्न बैठक में जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जिले की चीनी मिल, देवबन्द, शेरमऊ, नानौता व सरसावा मिल ने शत प्रतिशत गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है। गाँगनौली, गागलहेडी, टोडरपुर तथा बिडवी चीनी मिल पर अभी भी गन्ना मूल्य बकाया है। इन मिलों द्वारा भुगतान में हो रही देरी से किसानों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। किसान भुगतान के लिए जिला प्रशासन और गन्ना विभाग पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहे है।
शामली जिले में किसानों ने गन्ना मूल्य भुगतान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। आवारा पशुओं द्वारा फसलों को लगातार नुकसान पहुंचाए जाने, मिलों द्वारा गन्ने का बकाया भुगतान न किए जाने तथा बिजली विभाग द्वारा कथित उत्पीड़न सहित कई मुद्दों को लेकर शामली के किसानों ने मंगलवार को जिला प्रशासन को विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के जिला अध्यक्ष ने जिला मजिस्ट्रेट कलेंद्र मलिक को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो किसान विरोध में सड़क पर उतरेंगे।
क्षेत्र के किसानों ने कहा कि, आवारा पशु उनकी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। शामली चीनी मिल द्वारा पिछले वर्ष का बकाया भुगतान न किए जाने के बावजूद किसानों को बिजली विभाग द्वारा उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। डीएम ने कहा कि, किसानों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। हालांकि, मौके पर मौजूद प्रमुख गठवाला खाप के किसान विचारक बाबा श्याम सिंह ने कहा कि किसान पूरी तरह बर्बादी के कगार पर हैं, फिर भी अधिकारी केवल दिखावटी काम कर उन्हें बरगलाने का प्रयास कर रहे हैं।