छत्तीसगढ़ में नक्सलियों की वजह से वोटर धमकी की परवाह किए बिना पोलिंग बूथ पर पहुंचे। उन्होंने कतार में खड़े होकर जमकर वोट भी डालें। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटरों ने अपनी पहचान उजागर न करने के लिए अंगुली पर निशान नहीं लगवाया।
बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के संवेदनशील गांव चिहका पोलिंग बूथ पर मतदान करने आये ग्रामीण वोटिंग के बाद उंगलियों पर अमिट स्याही नहीं लगवा रहे। अबूझमाड़ से सटे भैरमगढ़ ब्लॉक के चिह्का गांव का यह मामला है। यहां नक्सलियों के खौफ के चलते ग्रामीण ऐसा कर रहे है, हालांकि उनसे पत्रकारों ने बातचीत का प्रयास किया लेकिन सभी कैमरे पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं थे।
वहीं दूसरा मामला चिह्का पोलिंग बूथ का है, जहां नक्सली बॉयकाट के बाद भी अंदरुनी इलाके में ग्रामीण अपने-अपने साधनों से पहुंच रहे, यहां तक की सात से आठ किमी पैदल चलकर भी वोट डालने आये। इन्ही में एक बुजुर्ग भी शामिल थे जो अपनी बहू और बेटी को साथ लेकर मतदान करने पहुंचे, वो भी बिना नक्सलियों से डरे।