छत्तीसगढ़ का पूरा चुनाव वादों के इर्द गिर्द घूम रहा है। चुनाव नतीजा इस बात पर निर्भर करेगा कि जनता किसके वादों पर भरोसा करती है और किसके वादे उसे ज्यादा लुभाते हैं। कांग्रेस और बीजेपी दोनों की बीच ही यहां वादों की जंग हैं। दोनों पार्टियों ने लगभग एक जैसे वादे किए हैं लेकिन टक्कर कांग्रेस के कर्ज माफी और फ्री बिजली के दांव और भारतीय जनता पार्टी के विवाहित महिलाओं को हर साल 12 हजार रुपये देने के वादे के बीच है।
दरअसल, प्रदेश में 7 नवंबर के दिन होने वाले पहले चरण के लिए देश की दिग्गज पार्टियों ने अपने- अपने घोषणा पत्र जारी किए। जिसमें जनता के लिए वादों की झड़ी लगा दी। उनकी पार्टी जीतने पर जनता के लिए इन वादों को पूरा किया जाएगा। चुनाव के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। अब यह देखना है कि जनता किसके वादों को समझ बहुमत देती है।
निर्वाचन आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, अगर जिलावार मतदान प्रतिशत पर देखें तो तीन बजे तक सबसे ज्यादा वोटिंग मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में हुई, यहां 73 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इसके अलावा सबसे कम मतदान तीन बजे तक बीजापुर जिले में हुआ। यहां करीब 30 फीसदी मतदाताओं ने ही मतदान किया।