25 वर्षीय पूजा शुक्ला को मुख्यधारा की राजनीति में लाने के रास्ते खोल दिए हैं.
साल 2017 में ही विश्वविद्यालय के खर्च पर सरकारी कार्यक्रम कराने का विरोध करते हुए उसने सीएम योगी की गाड़ी के सामने विरोध प्रदर्शन किया और उनको काला झंडा दिखा दिया। इसकी बाद करीब एक महीने तक जेल में रहना पड़ा। हम बात कर रहे हैं पूजा शुक्ला की। पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी ने उत्तरी विधान सभा से अपना उम्मीदवार बनाया है। पूजा लखनऊ के प्रत्याशियों में सबसे कम उम्र की है। इसके साथ ही इनकी कुल जमा पूंजी मात्र एक लाख 60 हजार रुपए है। इसमें एक लाख एक पॉलिसी और बाकी 60 हजार रुपए अन्य स्रोत से इनके पास है। पूजा शुक्ला की चुनावी तैयारी और मुद्दों को लेकर भास्कर संवाददाता ने उनसे बात की…पेश है बातचीत के प्रमुख अंश –
सवाल राजनीति में आने की शुरुआत कैसे हुई थी ?
जवाब कोई भी व्यक्ति जब समाज से सरोकार नहीं रखता, केवल अपनी चीजों के बारे में सोचता है तो यह मानव जीवन व्यर्थ है। जब तक समाज की चीजों को नहीं जानेंगे उसकी चेतनाओं को नहीं समझेंगे तब तक आप कुछ अलग नहीं कर सकते। कुछ बदलाव नहीं कर सकते हैं
सवाल आपने समाजवाद ही क्यों चुना। सपा ही क्यों और भी विकल्प हो सकते थे?
जवाब समाजवादी नौजवानों की पार्टी है। पार्टी ने हमेशा छात्र नौजवानों को सम्मान दिया है। समाजवाद की बात की है, लोहिया के विचारों की बात की है। सपा मुखिया अखिलेश यादव से बहुत प्रभावित थी। प्रदेश के अंदर कोई व्यक्ति हम नौजवानों का नेतृत्व कर सकता है, तो वह अखिलेश यादव हैं।
सवाल आपका एक आवास आशियाना में है, कर्म भूमि के लिए उत्तरी विधानसभा को क्यों चुना?
जवाब ( मुस्कुराते हुए ) लखनऊ विश्वविद्यालय हमारे लिए सब कुछ है। उसने मुझे बहुत कुछ दिया है। सामाजिक रूप से इसी विश्वविद्यालय की वजह से आगे बढ़ी। इसी की वजह से उत्तर विधान सभा से मेरा एक जुड़ाव रहा। यहां के बहुत सारे इलाकों में हमने काम किया तो यहां से एक अलग-सा लगाव हो गया। यही मेरी कर्मभूमि हमेशा से रही है।
सवाल सोशल मीडिया पर आपको टिकट देने से लोगों में नाराजगी रही। इसे कैसे देखती हैं ?
जवाब माफ करिएगा, हमारे यहां तो कार्यक्रर्ता बहुत खुश हैं। आप सोचिए कि किस पार्टी में कार्यकर्ता खुश नहीं होगा कि आम परिवार से आने वाली लड़की जिसकी कोई राजनीतिक पैरवी तक नहीं है। उसको राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मौका दिया, यह तो अपने आप में एक खुशी का विषय है। हमारे यहां सभी कार्यकर्ता बहुत खुश है।
सवाल आप जब जनता के बीच जाएंगी तो उत्तरी विधान चुनाव में आपके लिए मुख्य मुद्दे क्या होंगे ?
जवाब शिक्षा, रोजगार, सड़क। हमारे यहां आईटीआई बंद है, उसको खुलवाना है। फैजुल्लागंज इलाके में बड़े स्तर पर समस्याएं है। यहां जलभराव है। डेंगू से लेकर तमाम बीमारी से यहां के लोग परेशान रहते है। उन सभी के लिए संघर्ष करना है। समाजवादी सरकार में जो काम अधूरे हो गए थें उनको पूरा करना है। बिजली और पानी का मुद्दा भी बड़ा होगा।
सवाल आपके सामने नीरज बोरा को टिकट मिला है। नीरज बोरा पिछली बार के विधायक हैं। ऐसे प्रतिद्वंदी को कैसे देखती हैं ?
जवाब देखिए प्रतिद्वंदी तो कोई भी हो सकता है। चाहे वो नीरज बोरा हो या उनकी पार्टी का कोई और बड़ा नेता हो सकता था। हम सकारात्मक राजनीति करते हैं। दूसरे के बारे में बात करने से बेहतर है कि हम क्या कर सकते हैं और क्या करें उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
सवाल सपा को लेकर अक्सर यह आरोप लगता है कि वहां पर महिलाओं की खासकर लड़कियों की भागीदारी बहुत कम होती है।
जवाब (असहमत होते हुए ) नहीं हमेशा से समाजवादी पार्टी ने महिलाओं को सम्मान देने का काम किया है। चाहे फूलन देवी की बात हो गया लीलावती कुशवाहा को एमएलसी बनाने की बात हो। समाजवादी पार्टी ने महिलाओं को उनका पूरा हक दिया है। ऐसे तमाम उदाहरण है पार्टी के अंदर जिनको सम्मान मिला। हमारे संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला है।
सवाल साल 2017 में जब आपने सीएम योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाया था, तब से विद्यार्थी परिषद और आरएसएस से आपकी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता रही है। अभी कुछ कम हुआ है कि वैसे ही है?
जवाब वैचारिक रूप से बहुत मजबूत हूं। मेरी एकदम क्लीयर लाइन है जो नफरत की राजनीति , जो झूठ और फरेब की राजनीति करते है। उनके साथ नहीं हूं और भारतीय जनता पार्टी की वही राजनीतिक पहचान है।