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सिक्किम : हर बच्चे के जन्म के बाद सौ पेड़ लगाने की योजना घोषित

सिक्किम को हरा-भरा बनाने के लिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने नई पहल की है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रत्येक बच्चे के पैदा होने पर 100 पेड़ लगाए जाएंगे। इस पहल का नाम मेरो रुख मेरो संतति (एक पेड़ लगाओ, एक विरासत छोड़ो) रखा गया है। तमांग ने कहा कि इस पहल का उद्देश्य बच्चे के जन्म की याद में पेड़ लगाकर माता-पिता, बच्चों और प्रकृति के बीच संबंध मजबूत करना है।

यह देश में अपनी तरह की पहली अभिनव हरित पहल है। मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कुछ अभिभावकों को सांकेतिक रूप से पौधों का भी वितरण किया। वन सचिव प्रदीप कुमार का कहना है कि इस पहल से प्रकृति के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा और बच्चे के जन्म के उपलक्ष्य में लगाए पौधे पीढिय़ों के बीच सेतु का काम करेंगे।

इस पहल की सफलता के लिए सरकार के विभिन्न विभाग माता-पिता को पौधे उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, पंचायतों, नागरिक निकायों और वन कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं। ये लोग माता-पिता के ऑन बोर्डिंग सुविधा प्रदान करेंगे। इसके लिए व्हाट्सएप, ईमेल और वेब पोर्टल जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद ली लाएगी। गौरतलब है कि सिक्किम राज्य की जनसंख्या करीब 6.32 लाख है।

शहरी क्षेत्रों में अधिक पेड़ लगाने से गर्मी के कारण होने वाली मौतों में एक तिहाई तक कमी की जा सकती है। बार्सिलोना इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ की शोधकर्ता तमारा लॉन्गमैन की द लांसेट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा कि तापमान को कम करने में पेड़ों की असाधारण भूमिका होती है।

शोध में पाया कि शहरी क्षेत्र में पौधारोपण में 30 प्रतिशत की वृद्धि से गर्मी के महीनों में औसत तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस कम किया जा सकता है। गौरतलब है कि वर्तमान में यूरोप में 15 प्रतिशत से कम शहरी क्षेत्र औसतन पेड़ों से ढके हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार शहर में गर्मी का मुख्य कारण पेड़-पौधों की कमी, एसी के कारण प्रदूषित हवा, निर्माण सामग्री और डामर होती है। गौरतलब है कि 2022 में यूरोप काफी गर्म रहा था।

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