प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यह उनका 50 वां काशी आवागमन रहा । काशीवासियों ने भी उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने 3900 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मेहंदीगंज में आयोजित विशाल जनसभा में पीएम ने भोजपुरी में भी काशीवासियों से संवाद किया। अपने संबोधन में उन्होंने बार-बार काशी के प्रति अपने गहरे लगाव को दोहराया। उन्होंने कहा कि ”काशी मेरी है और मैं काशी का हूं”।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में काशी के बदलते स्वरूप पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में काशी ने विकास की नई गति पकड़ी है। उन्होंने कहा कि काशी अब केवल पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी है। इसने आधुनिकता को अपनाया है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं। पीएम ने काशी को पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे का केंद्र बताया और कहा, “जौने काशी के स्वयं महादेव चलावेलन, आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हौ।” उन्होंने काशी की सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक बुनियादी ढांचे के सामंजस्य को भारत के विकास का एक अनूठा मॉडल करार दिया।
काशी को भारत की आत्मा और विविधता की सबसे खूबसूरत तस्वीर बताया। उन्होंने कहा कि काशी के हर मोहल्ले में भारत का अलग रंग और संस्कृति दिखती है। काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों ने एकता के सूत्र को मजबूत किया है। उन्होंने प्रस्तावित एकता मॉल का जिक्र किया, जहां भारत के सभी जिलों के उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे। पीएम ने यूपी के बदलते आर्थिक नक्शे की भी चर्चा की और कहा कि यूपी अब केवल संभावनाओं की धरती नहीं, बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि है।
प्रधानमंत्री ने मेड इन इंडिया की वैश्विक पहचान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूपी के उत्पाद अब ग्लोबल ब्रांड बन रहे हैं। जीआई टैग ने स्थानीय उत्पादों को नई बुलंदियों तक पहुंचाया है। यूपी देश में जीआई टैगिंग में पहले स्थान पर है। जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, पीलीभीत की बांसुरी और लखीमपुर खीरी की थारू जरदोजी जैसे उत्पादों को जीआई टैग मिला है। पीएम ने कहा कि यूपी की मिट्टी की खुशबू अब सरहदों के पार जाएगी।
प्रधानमंत्री ने काशी के युवाओं को खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत 2036 में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयार है और काशी के नौजवानों को अभी से मेहनत शुरू करनी होगी। काशी में नए स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाए जा रहे हैं, ताकि युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा मिले। पीएम ने कहा कि काशी के युवा ओलंपिक में मेडल चमकाकर देश का गौरव बढ़ाएंगे।
पीएम ने काशी को भारत की आत्मा और विविधता की सबसे खूबसूरत तस्वीर बताया। उन्होंने कहा कि काशी के हर मोहल्ले में भारत का अलग रंग और संस्कृति दिखती है। काशी तमिल संगमम जैसे आयोजनों ने एकता के सूत्र को मजबूत किया है। उन्होंने प्रस्तावित एकता मॉल का जिक्र किया, जहां भारत के सभी जिलों के उत्पाद एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे। पीएम ने यूपी के बदलते आर्थिक नक्शे की भी चर्चा की और कहा कि यूपी अब केवल संभावनाओं की धरती नहीं, बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि है।
प्रधानमंत्री ने मेड इन इंडिया की वैश्विक पहचान पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यूपी के उत्पाद अब ग्लोबल ब्रांड बन रहे हैं। जीआई टैग ने स्थानीय उत्पादों को नई बुलंदियों तक पहुंचाया है। यूपी देश में जीआई टैगिंग में पहले स्थान पर है। जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, पीलीभीत की बांसुरी और लखीमपुर खीरी की थारू जरदोजी जैसे उत्पादों को जीआई टैग मिला है। पीएम ने कहा कि यूपी की मिट्टी की खुशबू अब सरहदों के पार जाएगी।
प्रधानमंत्री ने काशी को विकास और विरासत के संगम का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि काशी की पुरातन आत्मा को आधुनिक काया से जोड़ते रहना हमारा दायित्व है। काशी न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र है, बल्कि अब यह आर्थिक और सामाजिक प्रगति का भी नेतृत्व कर रही है। पीएम ने काशीवासियों से विकास की इस यात्रा में साथ देने का आह्वान किया और विश्वास जताया कि काशी पूरे भारत के लिए प्रेरणा बनेगी। पीएम ने काशी और पूर्वांचल के लोगों को इन विकास कार्यों के लिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि जो काशी को सहेजता है, वो भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त और स्वपनिल बनाए रखना है।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, मंत्रीगण सुरेश खन्ना, अरविंद कुमार शर्मा, अनिल राजभर, रविन्द्र जायसवाल, दयाशंकर मिश्र दयालू, विधायकगण डॉ नीलकंठ तिवारी, सौरभ श्रीवास्तव, डॉ अवधेश सिंह, टी राम, डॉ सुनील पटेल, बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।