भाजपा सांसद वरुण गांधी ने चीनी मिलों को चेतावनी दी है कि, या तो वे किसानों का बकाया भुगतान करें या विरोध का सामना करने के लिए तैयार रहें।
पीलीभीत में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में गांधी ने कहा कि, अगर चीनी मिलें तुरंत किसानों को बकाया राशि का भुगतान करना शुरू नहीं करती हैं, तो गन्ना किसानों द्वारा चीनी मिलों के गेट पर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।
इसी तरह से उत्तराखंड में गन्ना बकाया भुगतान मुद्दा काफी गरमा रहा है, और इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. गणेश उपाध्याय ने कहा कि, पेराई सत्र शुरू होने के बाद से गन्ना का भुगतान नहीं होने से किसान आर्थिक संकट में फंसे है। उन्होंने बकाया भुगतान न होने पर चीनी मिल को गन्ने की आपूर्ति बंद करने का इशारा दिया है।
डॉ. उपाध्याय ने दावा किया कि, पेराई सत्र शुरू होने के बाद से ही गन्ने का समय पर भुगतान करने में मिलें विफल साबित हो रही है। चीनी मिलों पर किसानों का 400 करोड़ रुपये बकाया है, लेकिन सरकार किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है।
हरियाणा में भाकियू नेता गुरनाम सिंह चड़ूनी ने भाजपा-जजपा सरकार के खिलाफ राज्य में इस सीजन के लिए गन्ने के अनुमोदित मूल्य (एसएपी) को बढ़ाने में विफल रहने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज करने की चेतावनी दी। चड़ूनी सरस्वती चीनी मिल के बाहर धरने पर बैठे अपने गुट के किसानों को संबोधित कर रहे थे। एसएपी नहीं बढ़ाने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ किसान पांच दिन के धरने पर हैं। वे इसे बढ़ाकर 450 रुपये करने की मांग कर रहे हैं।