इस योजना के तहत एक किसानों को अधिकतम 4 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए अनुदान दिया जाता है, जिसमें विभाग द्वारा एक हेक्टेयर के लिए फसल की लागत 30 हजार रुपए निर्धारित की गई है। जिस पर लाभार्थी किसान को एक हेक्टेयर क्षेत्र में मसाला फसल की खेती करने के लिए इकाई लागत का 40 प्रतिशत अनुदान अधिकतम 12 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से दिया जायेगा।
इन ज़िलों के किसान योजना के तहत कर सकते हैं आवेदन 11 प्रकार की मसालों की खेती के लिए राज्य के 40 जिलों के लिए लक्ष्य जारी किए गए हैं। जारी लक्ष्य के विरुद्ध राज्य के सामान्य, अनुसूचित तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
यह 40 ज़िले इस प्रकार है :- भोपाल, सीहोर, होशंगाबाद, ग्वालियर, दतिया, उज्जैन, शाजापुर, मंडला, रीवा, छतरपुर, दमोह, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, हरदा, बैतूल, गुना, अशोक नगर, इंदौर, धार, खण्डवा, बुरहानपुर, देवास, रतलाम, मंदसौर, आगर–मालवा, छिंदवाडा, सिंगरौली, सागर, टीकमगढ़, सतना, खरगौन, अलीराजपुर, जबलपुर, सीधी, नीमच, बड़वानी।
समस्त मध्यपप्रदेश में मसाला क्षेत्र विस्तार योजना अंतर्गत कृषकों के लिये उन्नत / संकर मसाला फसल के क्षेत्र विस्तार के लिये इकाई लागत का 50 प्रतिशत, बीज वाली फसल हेतु अधिकतम रूपये 10,000 /- प्रति हेक्टेयर तथा जड़ एवं कंद / प्रकंद वाली फसलों जैसे – हल्दी, अदरक, लहसुन के लिये अधिकतम रूपये 50,000 /- प्रति हेक्टेयर अनुदान दिये जाने का प्रावधान है | योजना में एक कृषक को 0.25 हेक्टेयर से लेकर 2 हेक्टेयर तक का लाभ दिया सकता है|