हरियाणा के हर गांव में अब पुस्तकालय खोला जाएगा। इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों व युवाओं में पढ़ने की रुचि पैदा करना है। प्रदेश सरकार ने इस संदर्भ में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में जिला मुख्यालयों और गांवों में पुस्तकालय स्थापित करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए ग्राम स्वराज अभियान के तहत पंचायत पुस्तकालय स्थापित करने के प्रोजेक्ट को मंजूरी प्रदान की है।
इसके प्रथम चरण में महाग्राम योजना के अंतर्गत आने वाले गांवों में पुस्तकालय स्थापित किए जाएंगे।
इन पुस्तकालयों से जहां एक ओर ज्ञान का विस्तार होगा, वहीं प्रदेश के युवाओं में पढ़ाई के प्रति रुचि भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में पुस्तकालय स्थापित करने के लिए पंचायत सदस्यों को भी शामिल किया जाए। साथ ही, गांव से शिक्षा क्षेत्र से जुड़े एक सेवानिवृत्त व्यक्ति और रक्षा से सेवानिवृत्त लोगों को भी जोड़ा जाए। इससे सरकारी योजनाओं में आमजन की भागीदारी को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि पुस्तकालयों में दी जाने वाली सुविधाओं जैसे कंप्यूटर, पुस्तकों की संख्या और पुस्तकालय में पढ़ाने वालों की संख्या इत्यादि के आधार पर एक ग्रेडिंग सिस्टम तैयार किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि उच्चतर शिक्षा विभाग इस प्रोजेक्ट का नोडल विभाग होगा। वही निरंतर प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करेगा।
स्कूल शिक्षा, उच्चतर शिक्षा विभाग या अन्य विभागों के अलावा निजी संस्थाओं या व्यक्तिगत तौर पर चलाए जा रहे पुस्तकालयों का सर्वे करवाया जाए। इसके अलावा, उन्होंने स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्कूल पुस्तकालय को स्कूल की अवधि के बाद और अवकाश के दिनों में आम नागरिकों के लिए उपयोग करने की संभावनाएं तलाशी जाएं।
बैलगाड़ी पुस्तकालय सेवा
भारत में 12 अगस्त को राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस मनाया जाता है| आधुनिक पुस्तकालयों का जनक डॉ. एस आर रंगनाथन को माना जाता है| उन्होंने पुस्तकालय को जन-आंदोलन का रूप दिया| मद्रास में 1927 में अखिल भारतीय सार्वजनिक पुस्तकालय सम्मेलन किया गया| वर्ष 1928 में रंगनाथन ने मद्रास लाइब्रेरी एसोसिएशन की स्थापना की| ख़ास बात यह है कि उन्होंने पुस्तकालय को ग्रामीण क्षेत्रों में भी पहुंचाया और बाक़ायदा बैलगाड़ी पुस्तकालय सेवा शुरू की|