कोलकाता | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बीते शनिवार को राज्य सरकार की अनुशंसा पर राज्य विधानसभा का सत्रावसान किया| संसद या विधानसभा के एक सत्र को भंग किये बिना सत्रावसान किया जाता है|
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार से कई मुद्दों पर उलझ चुके जगदीप धनखड़ ने शनिवार को एक ट्वीट किया| इसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने 12 फरवरी से विधानसभा का सत्रावसान किया है|पश्चिम बंगाल में नगरपालिका चुनावों को देखते हुए फरवरी या मार्च में विधानसभा का बजट सत्र बुलाने का फैसला किया गया था| इस सत्र में राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का भी बंगाल सरकार का विचार था| तृणमूल कांग्रेस सरकार का आरोप है कि जगदीप धनखड़ सरकार के दैनिक कार्यों में भी हस्तक्षेप करते हैं|
घटनाक्रम पर सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा: ‘राज्यपाल ने अपनी पहल पर निर्णय नहीं लिया| उन्होंने मंत्रिमंडल की सिफारिश के बाद विधानसभा का सत्रावसान किया है| इसमें कोई भ्रम नहीं है.’ सत्रावसान के बाद अब अगले सत्र की शुरुआत से पहले राज्य सरकार को राज्यपाल से फिर से अनुमति लेनी होगी| नये सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी|
