पंजाब की सियासत में मालवा क्षेत्र का अपना महत्वपूर्ण स्थान है क्योंकि 17 में से 15 मुख्यमंत्री मालवा से ही आते हैं और मौजूद मुख्यमंत्री भी यहीं से हैं। इस बार भी तमाम राजनीतिक दलों के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी इसी क्षेत्र से हैं।
मालवा सतलुज नदी के दक्षिण में एक क्षेत्र है। मालवा क्षेत्र में 11 जिले से आते हैं, जिनमें पंजाब का अधिकांश हिस्सा सम्मिलित हो जाता है। इनमें लुधियाना, रूपनगर, पटियाला, संगरूर, बठिंडा, मानसा, फिरोजपुर, फाजिल्का, राजपुरा, मोगा और अजीतगढ़ जैसे शामिल हैं।
जालंधर। पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीख करीब आ गई है। 117 विधानसभा सीटों के लिए 20 तारीख को मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे और 10 मार्च को चुनाव परिणाम सामने आएंगे| इससे पहले राजनीतिक दलों को सत्ता तक ले जाने वाले मालवा क्षेत्र की बिसात का आकलन करें
यहां पर इस बार बहुकोणीय मुकाबला होने की संभावना है।
माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच में कांटे का मुकाबला हो सकता है लेकिन दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए शिरोमणि अकाली दल ने बसपा के साथ गठबंधन किया है।