उत्तर प्रदेश में करीब दो दर्जन जिलों में बीच रास्ते में पेड़ लगे होने और सड़क किनारे की ज़मीन का विवाद के चलते प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत पक्की सड़कों का समय पर निर्माण नहीं कराया जा सका था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना की सभी सड़कों को गुणवत्ता के आधार पर जल्दी बनवाने के निर्देश दिए हैं।
सूबे में जिन जिलों में इस परियोजना के तहत सड़कों को बनाया जाना है उनमें अयोध्या, आजमगढ़, चित्रकूट, देवरिया, हापुड़, जौनपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, महाराजगंज, मऊ, पीलीभीत, प्रयागराज व शाहजहांपुर आदि में ग्राम सड़क योजना संबंधी कार्यों में तेजी लायी जाएगी ।
इन सभी जिलों में निर्माणाधीन मार्गों पर बाधक पेड़-पौधों को हटाने के लिए योगी सरकार ने दिए निर्देश हैं । इस मद में ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण को 7.84 करोड़ रुपए की धनराशि भी जारी की गई है।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप, ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण को निर्देशित किया गया है कि सभी निर्माण कार्यों को राज्य सरकार की प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति नीति के अधीन ही पूर्ण किया जाए। इसके अतिरिक्त, निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के लिए संबंधित क्षेत्रों में पर्यावरण व अन्य सर्टिफिकेशन व स्वीकृतियां प्राप्त करने की प्रक्रिया को भी जल्द ही पूर्ण कर लिया जाए।
सभी निर्माण कार्यों की देखरेख व नियमों के पालन की जिम्मेदारी ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को दी गई है जो यह सुनिश्चित करेंगे कि निर्माण कार्यों की पूर्ति के दौरान गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का समझौता या अन्य अनियमित्ता की गुंजाइश न रहे।