एक महीने बाद लखनऊ का सफर और महंगा हो जाएगा। लखीमपुर खीरी जिले के मैगलगंज में भी टोल प्लाजा बनकर तैयार है। दरें तय होने के बाद वहां भी टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा। बरेली से लखनऊ की दूरी 256 किलोमीटर है। इतनी दूरी में अभी तीन जगह टोल देना पड़ता है। अगले माह से चार जगह टोल टैक्स अदा करना पड़ेगा।
बरेली से लखनऊ तक हो जाएंगे चार टोल
बरेली से सीतापुर होते हुए लखनऊ तक पहुंचने के लिए अभी तीन टोल प्लाजा पार करने पड़ते हैं। सीतापुर से लखनऊ के बीच खैराबाद और इंटौजा में टोल प्लाजा पहले से ही हैं। अप्रैल में फरीदपुर टोल प्लाजा भी शुरू हो गया। इसके अलावा लखीमपुर में मैगलगंज टोल प्लाजा भी बनकर तैयार हो गया है। यहां भी जल्द टोल वसूली शुरू हो जाएगी।
जेब पर पड़ेगा 130 रुपये का अतिरिक्त बोझ
नेशनल हाईवे पर रोज औसतन 18 हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने प्रक्रिया पूरी कराने के लिए दिल्ली स्थित मुख्यालय को पत्रावली भेज दी है। टोल वसूली का नोटिफिकेशन जारी होने वाला है। दरें तय नहीं हुईं हैं लेकिन मार्ग की लंबाई को देखते हुए एक बार में करीब 130 रुपये का बोझ जेब पर पड़ेगा।
फरीदपुर टोल पर नई दरें हो चुकी हैं लागू
शाहजहांपुर में रोजा बाइपास चालू होने के बाद बुधवार रात 12 बजे से फरीदपुर टोल की दरें बढ़ाई गई थीं। इससे शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ का सफर महंगा हो गया है। औसतन 30 लाख रुपये प्रतिदिन टोल टैक्स मिलता है। अब 34 लाख रुपये प्रतिदिन वसूली होगी।
टोल की पुरानी व नई दरें वाहन पहले अब
एक बार – दो बार एक बार – दो बार
कार, जीप, वैन 100 -130 150 – 195
हल्के वाणिज्यिक वाहन और मिनी बस 160 – 210 240 – 310
बस और ट्रक 340 – 505 435 – 655
तीन धुरी वाणिज्यिक वाहन 370 – 555 475 – 715
4 से 6 धुरी वाले बड़े वाहन 530 – 795 685 – 1025
सात व उससे अधिक धुरी वाले वाहन 645 – 965 830 – 1245
(नोट : टोल प्लाजा से 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए मासिक पास की दर 330 रुपये ही रहेगी।)