आलू उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर दर्ज किया जाता है। पहले नंबर चीन है। भारत में सबसे ज्यादा आलू उत्तर प्रदेश में पैदा होता है। उत्तर प्रदेश के अलावा आलू पंजाब, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में बहुताय से उगाया जाता है। उत्तर प्रदेश में पैदा हुए आलू को बाहरी देशों में निर्यात भी किया जाता है।
आलू भले ही भारतीय मूल की फसल नहीं रहा है लेकिन यह यहां के लोगों के जीवन में न सिर्फ गहरे से रच-बस गया है बल्कि हम इसका इतना उत्पादन करने लगे हैं कि दुनिया के 35 देशों में इसका एक्सपोर्ट भी कर रहे हैं। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आलू उत्पादक है। इस मामले में चीन पहले स्थान पर है। केंद्रीय कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में 23.46 लाख हेक्टेयर भूमि में किसान आलू की पैदावार कर रहे हैं। साल 2022-23 में 597 लाख टन से अधिक आलू का उत्पादन हुआ है।
कृषि मंत्रालय और एपीडा के आंकड़ों के आंकड़े भारतीय आलू के विभिन्न देशों में इसकी सम्मानजनक स्थिति को उजागर करते हैं। पिछले एक साल में ही 47,41,612 क्विंटल आलू का भारत से निर्यात किया गया है। तीन साल में ही 245 करोड़ रुपये का निर्यात बढ़ गया है। अभी उत्तर प्रदेश से बहुत ही कम मात्रा में आलू एक्सपोर्ट हो रहा है।
उत्तर प्रदेश,देश का सबसे बड़ा आलू उत्पादक राज्य है। किसानों का कहना है कि अगर केन्द्र और यूपी सरकार उन्हें कुछ सुविधाएं दे तो वो मौजूदा आलू निर्यात के आंकड़े तीन से चार गुना तक बढ़ा सकते हैं। उत्पादन में सबसे ज्यादा 27.43 फीसदी की हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की है। दूसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल है जिसकी देश के कुल उत्पादन में हिस्सदारी 25.78 फीसदी है। इसी तरह 15.97 फीसदी उत्पादन के साथ बिहार तीसरे स्थान पर है।
भारतीय आलू के खरीदार देशों में नेपाल, ओमान, सऊदी अरब, इंडोनेशिया, मलेशिया, वियतनाम, यूएई, मालदीव, कुवैत, श्रीलंका, भूटान, कतर, हांगकांग, बहरीन, अंगोला, जापान, यूएसए, ईराक, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, कनाड़ा, जर्मनी, तुर्की, यूके, सेनेगल, माल्टा, आयरलैंड, न्यूजीलैंड, जॉर्डन, बेल्जियम आदि देशों में भारत से आलू एक्सपोर्ट होता है. नेपाल, ओमान और सऊदी अरब आदि आलू के बड़े खरीदार हैं।