गन्ना किसानों का मिल मालिकों पर बकाया होने के बावजूद गन्ने की खेती लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती और उत्पादकता में भी वृद्धि हुई है। 75 जिलों में से, यूपी में लगभग 44 गन्ना उत्पादक जिले हैं।
राज्य गन्ना विभाग के आधिकारिक रिकॉर्ड (30 जून तक) के अनुसार, प्रदेश में पिछले साल की तुलना में 50,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र बढ़ा हैं। पिछले वर्ष 815 क्विंटल प्रति हेक्टेयर आंकी गई गन्ना फसल की उत्पादकता भी बढ़कर 823 क्विंटल हो गई है|
शामली जिले में गन्ने का रकबा पिछले साल के मुकाबले 2 हजार 554 हेक्टेयर बढ़ गया है। जिससे अगले पेराई सत्र में जिले की चीनी मिलों पर और दबाव बढ़ेगा।
बिजनौर जिले में करीब साढे़ तीन लाख गन्ना किसान है जो गन्ने की खेती करते हैं। जिले में किसानों को गन्ने की खेती खूब भा रही है। जिले के किसानों ने गन्ने का उत्पादन भी बढ़ा दिया है। जिले में पिछले साल गन्ने का रकबा ढ़ाई लाख हेक्टेयर था। इस बार गन्ने का रकबा अब तक लगभग दो लाख 60 हजार हेक्टेयर हो गया है|
बरेली जिला गन्ना विभाग के मुताबिक इस बार छह हजार 427 हेक्टेयर गन्ना रकबा बढ़ा है। जिले में गन्ना किसानों की संख्या 1.80 लाख है। जिले के किसान गन्ने की फसल में जी जान से मेहनत कर रहे हैं। जिले में रिकार्ड गन्ना पेराई और रिकार्ड चीनी का उत्पादन हुआ|
पिछले चार वर्षों में गन्ने की खेती का रकबा 1.34 लाख हेक्टेयर बढ़ा है। वर्ष 2017 तक पूर्वांचल में गन्ने की खेती
का रकबा 4.39 लाख हेक्टेयर था, जो बढ़कर 5.73 लाख हेक्टेयर हो गया है।