मध्य प्रदेश में पहली बार देश और प्रदेश में शहरों के नाम बदलने के दौर के बीच अब गांवों के नाम भी बदले जा सकते हैं।
मध्यप्रदेश की शिवराजसिंह चौहान सरकार के कैबिनेट मंत्री हरदीपसिंह डंग ने इस संबंध में विधानसभा में सवाल रखकर ग्रामीणों की मांग सरकार तक पहुंचाई है। हालांकि इस पर फैसला होना बाकी है, लेकिन पहली बार प्रदेश में इस स्तर पर गांवों के नाम बदलने के लिए प्रक्रिया अपनाई गई है। प्रदेश के इंदौर-उज्जैन संभाग में कई जिलों से पूर्व में भी ग्राम पंचायतों के स्तर पर गांवों के नाम बदलने की मांग उठी थी।
प्रदेश में इन दिनों शहरों से लेकर अन्य जगहों के नाम बदलने की राजनीति सुर्खियों में है। इसमें प्रदेश के कुछ शहरों के नाम बदले गए है। ऐसे में मंदसौर जिले के तीन गांवों के नाम बदलने की मांग उठी तो अचानक सरगर्मिया बढ़ गई। जिले की सुवासरा विधायक क्षेत्र के तीन गांवों के नाम बदलने को लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग ने विधानसभा में इस मांग को उठाया है।
डंग ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों के आकलन के लिए क्षेत्र में थे, तो पिपलिया मोहम्मद गांव का नाम पिपलिया राठौड़ रखने की मांग ग्रामीणों ने रख दी।
अभी कुछ अौर जिलो में भी गांव और कस्बों के नाम बदलने की आवाज उठ रही है|