उत्तर प्रदेश चुनाव में छठे चरण के लिए मैदान में उतरे 676 में से 670 उम्मीदवारों की एडीआर रिपोर्ट आ गई है| इन उम्मीदवारों में से 27 फीसदी यानी 182 उम्मीदवारों के खिलाफ अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं|
छठे चरण की 57 सीटों में से 37 सीटों के चुनाव क्षेत्र अति संवेदनशील घोषित करते हुए रेड अलर्ट पर रखे गए हैं| बता दें कि रेड अलर्ट उन चुनावी हलकों को घोषित किया जाता है जहां तीन या इससे अधिक उम्मीदवार आपराधिक रिकॉर्ड के साथ चुनावी ताल ठोक रहे हों|
छठें चरण के 10 जिलों आंबेडकरनगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीर नगर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया व बलिया की 57 विधान सभा सीटों के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। छठें चरण में 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।
छठे चरण के 35% उम्मीदवारों की योग्यता इंटरमीडिएट या इससे कम हैं। एडीआर ने कहा है कि छठे चरण के 234 प्रत्याशियों की शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच है। 382 यानी 57% उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की है। 6 उम्मीदवार डिप्लोमाधारक हैं, जबकि 44 प्रत्याशी साक्षर हैं। 3 उम्मीदवार निरक्षर हैं और एक ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है। वहीं, छठे चरण के 57 में 37 (65%) निर्वाचन क्षेत्र संवेदनशील हैं। इन क्षेत्रों में 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
करीब 25 से 40 साल आयुवर्ग के 34% प्रत्याशी
इस चरण के प्रत्याशियों में 25 से 40 साल आयुवर्ग का प्रतिशत 34 हैं, यानी 226 उम्मीदवार। 52% यानी 346 प्रत्याशियों की उम्र 41 से 60 साल के बीच है। 15% यानी 98 उम्मीदवार 61 से 80 साल के हैं। इस चरण में केवल 10% महिला उम्मीदवार हैं। इनकी कुल संख्या 65 है।
इस पर सबसे ज्यादा मामले
छठे चरण के प्रत्याशियों में से सबसे ज्यादा आपराधिक मामले बसपा के सुधीर सिंह पर दर्ज हैं। वह गोरखपुर के सहजनवा विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं। उनपर 27 गंभीर धाराओं में 26 मामले दर्ज हैं। कुशीनगर की खड्डा सीट से सुभासपा के अशोक चौहान आपराधिक मामलों वाले प्रत्याशियों में दूसरे नंबर पर हैं। उनपर 19 मामले दर्ज हैं। तीसरे स्थान पर आजाद समाज पार्टी के गोरखपुर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी चंद्रशेखर हैं। उन पर 16 मामले दर्ज हैं।
इस चरण में 8 उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर अत्याचार से संबंधित मामले दर्ज हैं। इनमें से 2 उम्मीदवारों पर रेप का भी आरोप है। 8 उम्मीदवारों पर हत्या और 23 पर हत्या के प्रयास से संबंधित मामले दर्ज हैं।
छठे चरण में 253 यानी (38%) प्रत्याशी करोड़पति हैं। सपा के चिल्लूपार सीट से प्रत्याशी विनय शंकर सबसे अमीर हैं। उनकी संपत्ति 67 करोड़ रुपये है। जलालपुर सीट से सपा प्रत्याशी राकेश पांडेय 63 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे नंबर पर हैं। बसपा के रसड़ा से प्रत्याशी उमा शंकर सिंह 54 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ तीसरे नंबर पर हैं। 38% उम्मीदवारों ने अपने ऊपर देनदारी घोषित की है जबकि 7% प्रत्याशियों ने पैन का विवरण नहीं दिया है। इस चरण में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.10 करोड़ रुपये है।