पहले बिपरजाॅय तूफान। साथ में लगातार बारिश। अब बादल फटने की वजह से परेशान गुजरात में बाढ़ के हालात हैं। ग्रामीण इलाकों और मवेशियों का बुरा हाल है। अभी भी सैकड़ों गांवों में बिजली नहीं सुधरी है। गुजरात में मूसलाधार बारिश के कारण अलग-अलग घटनाओं में अब तक एक दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है।
सूबे में जूनागढ़ के विसावदर में बादल फटने के बाद आस पास के हालात बिगड़ गये हैं। अचानक आसमान से आफ़त से इलाके के गांवों में पानी भर गया है। संपर्क मार्ग पानी से घिरे होने की वजह से ग्रामीण का शहरी तक पहुंचना कठिन है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले 48 घंटों में मूसलाधार बरसात की संभावना है। मॉनसून आने से गुजरात के सभी जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में अतिवर्षा की संभावना व्यक्त की है। सौराष्ट्र में बिपरजाॅय तूफान के बाद मछुआरों को फिर समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
गुजरात और कच्छ के सभी जिलों में चक्रवर्ती तूफान, मूसलाधार बारिश और बादल फटने की वजह से आयी बाढ़ से खेतों में पानी भरा है। फसलें नष्ट हो गई हैं। लोग बेहाल हैं। इस दौरान मौसम विज्ञानियों ने के आखिरी चार दिनों यानि आठ जुलाई से 12 जुलाई के बीच तेज हवाओं के साथ बारिश की भी आशंका जताई है।
बिपरजाॅय तूफानी बारिश के बाद से अब तक गुजरात में जून में महीने में दस इंच से अधिक बरसात हुई है। यह सूबे में बीते करीब सवा सो साल के इतिहास में पांचवी रिकार्ड बरसात है। बारिश से लगभग सभी नाले व नदियों में पानी भरा है।
गुजरात में सीजन के औसत 35 इंच के मुकाबले जून में पौने 10 इंच (27.72%) बारिश हुई है। 1901 के बाद से अब तक जून में हुई पांचवीं सबसे ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड है। 122 वर्षों में जून में सबसे ज्यादा 12 इंच बारिश 1980 में हुई थी। जबकि सबसे कम केवल 1.7 मिमी बारिश 1923 में दर्ज की गई थी।
पिछले 24 घंटों में राज्य के 224 तालुकाओं में 1 से 11 इंच तक बारिश दर्ज की गई है। 9.4 इंच बारिश के कारण तापी जिले में यातायात थम गया है। राजकोट जिले के 5 गांवों का संपर्क टूट गया है। बारिश के कारण राज्य के ज्यादातर बांधों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
जूनागढ़, जामनगर, मोर्बी, कच्छ, सूरत, और तापी जिलों में दिन में भारी बारिश होने के कारण सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई शहरों और इलाकों में जलभराव भी देखने को मिला। ग्रामीण इलाकों में शुक्रवार की सुबह भारी बारिश के कारण सड़को को बंद कर दिया गया।