प्राकृतिक आपदा, ओलावृष्टि व अन्य कारणों से फसल बर्बाद होने पर छोटे व सीमांत किसानों को बड़ा नुकसान होता है। उनकी फसल बीमा करवाने के लिए हजारों रुपए का प्रीमियम भरने की क्षमता नहीं होती है। इसका लाभ प्रदेश के 76 लाख किसानों को होगा।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने इंदौर में आयोजित मालवा किसान मेला में पत्रकारों से कहा-अब छोटे व सीमांत किसानों का फसल बीमा सरकार करवाएगी। इन किसानों की प्रीमियम सरकार भरेगी। इसका लाभ प्रदेश के 76 लाख किसानों को होगा। वर्तमान में देंखे तो प्रदेश में 1 करोड़ तीन लाख किसानों में मात्र 24 लाख ही फसल बीमा करवाते हैं।
श्री पटेल ने कहा – बीमा करवाने वालों में जो छोटे किसान हैं, वह अपनी बड़ी जमीन के हिस्सेदार है। विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसमें तय किया कि, इस तरह के किसानों की प्रीमियम राशि सरकार भरेगी, जिससे आपदा व बीमा के स्कोप में आ रहे कारणों से फसल खराब होने पर कंपनी इन किसानों की भी भरपाई करेगी। पटेल ने कहा कि प्रस्ताव तैयार है, जल्द कैबिनेट में लाया जाएगा।
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा – सरकार का फोकस कृषि को लाभ का धंधा बनाने पर है। इसलिए सरकार अब फसल बीमा को और विस्तार देने जा रही है। वर्तमान में फसल बीमा का लाभ बड़े किसानों को ही मिल रहा है। इसके लिए प्रीमियम भरना होता है। 2.5 एकड़ से 5 एकड या इससे कम खेती के रकबे वाले किसान यह राशि भरने के लिए सक्षम नहीं होते हैं। बीमा करवाने वालों में जो छोटे किसान हैं, वह अपनी बड़ी जमीन के हिस्सेदार है।