राजस्थान भी मध्यप्रदेश के बाद लहसुन का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। मध्यप्रदेश की सीमा से लगे प्रतापगढ़ जिले में काफी अच्छी गुणवत्ता का लहसुन पैदा हो रहा है। इसीलिए विदेशों में भी प्रतापगढ़ के लहसुन का भाव अच्छा मिल रहा है।
राजस्थान में सबसे अधिक लहसुन उत्पादन हाड़ौती क्षेत्र में होता है। व्यापारियों के अनुसार इस बार चीन से आने वाले लहसुन की गुणवत्ता काफी खराब है।
मंडी व्यापारियों के मुताबिक चीन से इस साल अच्छई क्वालिटी का लहसुन नहीं मिल पाया है। उसमें पौष्टिकता की कमी है और स्वाद में अंतर है। इससे भारत के लहसुन की मांग विश्व में बढ़ी है। निर्यात बढ़ने से भावों में भी तेजी आई है। मंडी से मिले आंकड़ों के अनुसार प्रतापगढ़ मंडी में लॉटरी लहसुन 2500 से 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका है।
मण्डी में मीडियम लहसुन चार हजार से 6500 रुपये प्रति क्विंटल तक बिका है। अच्छी क्वालिटी का लहसुन 6500 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल जा रहा है। वहीं, उच्च गुणवत्ता का लहसुन 10 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रहा है।
राजस्थान का हाड़ौती क्षेत्र यानी कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ जिलों में प्रदेश का करीब 90 प्रतिशत लहसुन पैदा होता है। इन चारों जिलों में 2022 में करीब 79हजार हेक्टेयर में बुवाई हुई थी। इसमें करीब 4.80 मीट्रिक टन उपज होने की उम्मीद लहसुन किसान और व्यापरियों ने लगाई थी।