भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) से जुड़ी महिला कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सिसौली (मुजफ्फरनगर) में आयोजित एक दिवसीय महिला पंचायत में किसानों से जुड़े मुद्दों और आंदोलन में उनकी भूमिका पर चर्चा की।
महिला किसान नेताओं ने भविष्य में भी सक्रिय रूप से कृषि आंदोलन का समर्थन करने की कसम खाई। कई जिलों की महिला कार्यकर्ताओं के अलावा, महिला पंचायत में बीकेयू के वरिष्ठ नेता नरेश टिकैत और उनकी पत्नी मनु, और राकेश टिकैत और उनकी पत्नी सुनीता ने भाग लिया।
इस आयोजन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में बीकेयू महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष केतकी सिंह और महिला विंग की पश्चिमी यू.पी. अध्यक्ष बबली त्यागी शामिल थी।
सभा को संबोधित करते हुए, बबली त्यागी ने भ्रूण हत्या, नशाखोरी और वृक्षारोपण के तरीकों जैसे मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाई। उन्होंने बकाया गन्ना बकाया का मुद्दा भी उठाया और कहा कि मिलों को अपना भुगतान समय पर जारी करना चाहिए। त्यागी ने कहा, हमने लंबित गन्ना भुगतान के खिलाफ आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है। महिलाओं को इसमें सक्रिय भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में महत्वपूर्ण प्रभाव रखने वाली खाप पंचायतें महिलाओं के प्रति अपना रुख नरम कर रही हैं और उन्हें सामाजिक मुद्दों में बड़ी भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।
इस बीच, बीकेयू की गाजियाबाद अध्यक्ष ममता चौधरी और मुजफ्फरनगर की उनकी समकक्ष सोनिया सैनी ने उत्तर प्रदेश की महिला कार्यकर्ताओं से संघ के संगठन को मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने महिलाओं से 26 नवंबर को लखनऊ में आगामी आंदोलन में बड़ी संख्या में भाग लेने की अपील की।