सूबे में दलहनी-तिलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक नई कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके तहत राज्य सरकार खेत की मेड़ पर दलहनी-तिलहनी फसलों की खेती करने वाले किसानों को प्रोत्साहन राशि देगी। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस बाबत प्रस्ताव तैयार किया गया है।
कृषि निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस नई कार्ययोजना से सबसे ज्यादा बुन्देलखंड के किसानों को लाभ होगा क्योंकि दलहनी-तिलहनी फसलों की खेती सबसे ज्यादा बुन्देलखंड में होती है।
कार्ययोजना के अनुसार खेत की मेड़ पर दलहनी-तिलहनी फसलों की खेती करने वाले किसानों को 12 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसमें तिल, मूंगफली, राई, सरसों के अलावा अरहर, मूंग, उर्द आदि फसलें शामिल हैं।
मिली जानकारी के मिताबिक पिछली बार बीज का वितरण 28,751 कुंतल हुआ था,जिसे इस बार बढ़ाकर 82,000 कुंतल किया जाएगा।ये बीज किसानों को अनुदानित दर पर दिए जाएंगे.साथ ही सरकार ने दलहनी फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए अंत:फसली एवं जायद की फसलों में दलहनी (उर्द, मूंग) फसलों को प्रोत्साहन देने का फैसला लिया है|और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की गारंटी देने की बात भी कही गई है| राज्य सरकार ने इसे एक जिला एक उत्पाद योजना में भी शामिल किया है|