एक जिला – एक उत्पाद योजना के तहत मध्य प्रदेश में 11 जिलों में टमाटर की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा | इस योजना मे नीदरलैण्ड भी मददगारहोगा | योजना के इन जिलों में भी खाद्य प्रसंस्करण ईकाइयों की स्थापना होगी| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि इससे रोजगार के अवसर बढेंगे|
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) के तहत एक जिला एक उत्पाद योजना में 11 जिलों का चयन टमाटर के लिए किया गया है।
म.प्र. में 90971 हेक्टेयर में टमाटर का लगभग 26 लाख 55 हजार टन उत्पादन लिया जा रहा है। प्रदेश की जलवायु टमाटर उत्पादन के लिए अनुकूल है। एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत रायसेन, अशोक नगर, दमोह, कटनी, झाबुआ, सागर, सतना, शिवपुरी, दतिया, सिंगरौली एवं अनूपपुर जिले का चयन किया गया है।
इन जिलों में क्षेत्र विस्तार, उत्पादन वृद्धि के साथ-साथ भण्डारण, विपणन, निर्यात एवं प्रसंस्करण की संभावनाओं के मद्देनजर नीदरलैंड की संस्था सॉलीडरीडाड एवं म.प्र. उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने भोपाल में इंटरनेशनल टॉमेटो कान्क्लेव का आयोजन किया। जिसे म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर एवं प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ने वर्चुअली सम्बोधित किया।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने टोमेटो कॉन्क्लेव-2022 के उद्घाटन-सत्र को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में उद्यानिकी के हर क्षेत्र में विस्तार हो रहा है। आत्म-निर्भर किसान और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल टोमेटो कॉन्क्लेव-2022 करने का निर्णय सितम्बर-2021 में लिया गया था। प्रदेश में उद्यानिकी फसलों के विकास की संभावनाएँ मौजूद हैं। प्रदेश के 11 जिलों में किसानों ने टमाटर की खेती को प्रमुखता से अपनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए इन जिलों में एक जिला-एक उत्पाद में टमाटर को लिया गया है।
श्री कुशवाह ने कहा-मध्यप्रदेश की पहचान उद्यानिकी हब के रूप में होगी। कॉन्क्लेव से प्रदेश के किसानों को लाभ मिलेगा। उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि कॉनक्लेव में विषय-विशेषज्ञों से प्राप्त सुझावों को अमल में लायेंगे।