जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से समाजवादी पार्टी के नेताओं की मुलाकात के बाद मुरादाबाद के जेलर और डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, मुरादाबाद के जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
आरोप है कि अधिकारियों ने नियम विरुद्ध जाकर समाजवादी पार्टी के नेताओं की जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से मुलाकात करवाई थी. जिसकी जानकारी होने के बाद काफी हंगामा हुआ था। जांच-पड़ताल के बाद अब एक्शन लिया गया है।
योगी सरकार ने मुरादाबाद जेल के जेलर वीरेंद्र विक्रम यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सस्पेंड कर दिया है। उनके अलावा जेल अधीक्षक के खिलाफ भी उच्चाधिकारियों ने कार्रवाई की सिफारिश की है। जेलर और डिप्टी जेलर को सपा प्रतिनिधिमंडल को संभल हिंसा में गिरफ्तार लोगों से मिलाई की नियमविरुद्ध अनुमति देने पर सस्पेंड किया गया है।
सोमवार (2 दिसम्बर, 2024) को मुरादाबाद जेल पहुँचे सपा के विधायकों और बाकी नेताओं को बिना मिलाई की पर्ची दिए ही दंगाइयों से मिलने की अनुमति दी गई थी। गिरफ्तार दंगाइयों ने इसके बाद पुलिस के खिलाफ कई आरोप लगाए थे। यह आरोप सपा ने अपने हैंडल से पुलिस पर जड़ दिए थे। अमरोहा। विधानसभा नौगांवा सादात से सपा विधायक समरपाल सिंह ने आज (बुधवार) को एक प्रेसवार्ता की। दो दिन पहले वह संभल हिंसा मामले में मुरादाबाद जेल में बंद आरोपियों से मिलने गए थे। आज जेलर-डिप्टी जेलर को सस्पेंड किया गया। तो इस पर सपा विधायक ने कहा कि ये कार्रवाई इसलिए हुई, क्योंकि जेलर यादव था। भाजपा तानाशाही कर रही है। संभल में पाकिस्तानी कारतूस मिलने पर कहा कि ये यूपी पुलिस और बीएसएफ फोर्स की कमजोरी है। कोई भी पाकिस्तान से जेब में रखकर कारतूस लाता है। इसकी जांच होनी चाहिए।