गोधन न्याय योजना से किसानों की बढ़ रही है आय
किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की ओर से गोधन न्याय योजना का चलाई जा रही है। इस योजना के तहत गौठानों में किसानों से गोबर की खरीद की जाती है। इस प्राप्त गोबर से कम्पोस्ट खाद बनाने का काम होता है। इस खाद को किसानों को बेचा जाता है।
इस तरह किसानों और गौठानों दोनों को आय होती है। वहीं किसानों को सस्ती खाद मिल जाती है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को कई फायदे मिल रहे है। इसमें ग्रामीण एवं पशुपालकों के आय में वृद्धि होने के साथ ही वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट के उपयोग से खाद्य की गुणवत्ता में सुधार आया है।
गोधन न्याय योजना के जरिये से महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी करीब 80 हजार महिलाओं को आजीविका प्राप्त हुई है और अब तक महिलाओं को 27.78 करोड़ रुपए की राशि मिली है। बता दें कि इस योजना के तहत खरीद की राशि का वितरण हुआ है।
यह भी जानकारी दी गई है कि राज्य में अभी 5590 गौठान सक्रिय हैं और 9950 गौठान का निर्माण की स्वीकृति सरकार द्वारा प्रदान की जा चुकी है।
इन गौठान के माध्यम से 3,06,770 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन किया गया है, जिसमें से 1,44,320 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट की बिक्री की जा चुकी है। इसी क्रम में प्रदेश सरकार की ओर से पशुओं के लिए राज्य के 2200 गांवों में गौशालाओं का निर्माण किया गया है और आने वाले समय में 5 हजार और गांवों में गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा।