देश के सबसे खूबसूरत हाईकोर्ट परिसरों में शुमार लखनऊ हाईकोर्ट का नया परिसर गोमतीनगर के विभूति खंड में अवस्थित है तथा इसे 1300 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा इसका निर्माण किया गया है तथा 2.5 लाख स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में फैले इस परिसर का लोकार्पण 19 मार्च 2016 को हुआ था। योगी सरकार में इस परिसर को ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट के अंतर्गत लाने का फैसला लिया गया था।
इस परिसर की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए भवन की छत पर सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना का निर्णय वर्ष 2022 में लिया गया था। फिलहाल, योगी सरकार द्वारा बजट एलोकेशन और धनराशि को प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति जारी किए जाने के बाद परियोजना का कार्य तेजी से आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
अब प्रदेश में भी सभी बड़े सरकारी भवनों की ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए रूफटॉप सोलर पावर प्लांट्स को लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस सिलसिले में प्रदेश की राजधानी स्थित नए हाईकोर्ट परिसर को भी सौर ऊर्जा से लैस करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस परिसर में रूफटॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना, क्रियान्वयन व संचालन का मार्ग प्रशस्त करते हुए योगी सरकार द्वारा 6.31 करोड़ रुपए की धनराशि प्रशासकीय व वित्तीय स्वीकृति के बाद जारी कर दी गई है।
सूबे में में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने पर भी विशेष तौर पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसीलिए प्रदेश में सौर ऊर्जा के प्रति जागरुकता बढ़ने के साथ इसे अब व्यापक स्तर पर इस्तेमाल में भी लाया जा रहा है। इस क्रम में, अयोध्या के साथ ही वाराणसी को भी रूफ टॉप सोलर इनेबल्ड मॉडल सिटी के तौर पर विकसित करने का काम शुरू हो चुका है।
गौरतलब है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को भी सोलर लाइट की मदद से रातभर रोशन करने का जोर-शोर से चल रहा है। सूबे की सरकार ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के अभियान में लखनऊ के विभिन्न हिस्सों को सौर ऊर्जा से चमकाने की योजना को अंतिम रूप दिया है।