खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुवाई में चलने वाले किसान आंदोलन को हरियाणा की खाप पंचायतों ने समर्थन दिया है। हरियाणा की अलग-अलग खापों की चुनी हुई कमेटी की जाट धर्मशाला में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हरियाणा में अपनी जायज मांगों को लेकर किसान संगठनों द्वारा किए जा रहे आंदोलन को यदि सरकार ने दबाने का प्रयास किया तो सभी खापों की ओर से किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर आंदोलन को भरपूर समर्थन दिया जाएगा
सभी खापों के प्रतिनिधियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसान भाईयों के साथ किसी तरह की कोई भी ज्यादती करने की कौशिश की गई तो हरियाणा की सभी खापें किसानों के साथ सड़क़ों पर उतरने का काम करेंगी।
बैठक में खाप के प्रमुख प्रतिनिधि रामफल राठी, पूनिया खाप से शमशेर सिंह नंबरदार, दहिया खाप से जयपाल दहिया, सात बास खाप से बलवान मलिक, कंडेला खाप से ओमप्रकाश कंडेला, सतरोल खाप से सतीश चेयरमैन, सतरोल खाप तपा बास के प्रधान वीरेंद्र बामल, नेहरा खाप से कृष्ण नेहरा, फौगाट खाप से सुरेश फौगाट, कुंडू खाप से उमेद सरपंच शामिल रहे।
दिसंबर को शंभू बार्डर से अनुशासन में रहकर किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे। खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले आठ दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं। प्रेस वार्ता में सरकार से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों पर अत्याचार बंद करने और दिल्ली जा रहे किसानों को किसी भी सूरत में न रोके जाने की मांग की है। सभी खापों के प्रतिनिधियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसान भाइयों के साथ किसी तरह की कोई भी ज्यादती करने की कौशिश की गई तो हरियाणा की सभी खापें किसानों के साथ सड़कों पर उतरने का काम करेंगी।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने डल्लेवाल की ओर से पेश वकील गुनिंदर कौर गिल से कहा, “लोकतांत्रिक व्यवस्था में आप शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं, लेकिन लोगों को असुविधा न पहुंचाएं। आप सभी जानते हैं कि खनौरी बॉर्डर पंजाब के लिए जीवन रेखा है। हम इस पर टिप्पणी नहीं कर रहे हैं कि विरोध सही है या गलत।”