प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले 45 दिन के महाकुंभ के लिए सुरक्षा के अपूर्व बंदोबस्त किए जा रहे हैं। महाकुंभ में हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए 20 अत्याधुनिक ड्रोन उड़ान भरते रहेंगे। ड्रोन इसकी भी निगरानी करेंगे कि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। ड्रोन सक्रिय किए जा चुके हैं। संगम से लेकर मेला क्षेत्र के हर महत्त्वपूर्ण स्थानों (हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, घाट, सडक़ें, मंदिर, ब्रिज) पर इन ड्रोन की नजर है। इनकी मदद से एक क्लिक पर महाकुंभ के 25 सेक्टरों के हर कोने की जानकारी मिल रही है।
मेला क्षेत्र में स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत प्रयागराज में स्थापित 2,700 से ज्यादा हाई-डेफिनिशन सीसीटीवी कैमरों के नेटवर्क और एआइ-संचालित सीसीटीवी इकाइयों का भी इस्तेमाल किया गया है। सभी तकनीकी उपकरणों को एकीकृत नियंत्रण और कमान केंद्र (आइसीसीसी) से जोड़ा गया है। इससे गंगा के किनारे टेंट सिटी में लाखों श्रद्धालुओं के आवागमन को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
प्रयागराज क्षेत्र के अतिरिक्त अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर के अनुसार आइसीसी में 100 पुलिसकर्मियों की विशेष टीम होगी, जो आइटी विशेषज्ञों की निगरानी में काम करेगी। मेला क्षेत्र में पुलिस, अर्धसैनिक बलों, एटीएस और एसटीएफ के 35,000 से ज्यादा जवान तैनात किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि महाकुंभ शुरू होने से पहले राज्य के मंत्री देश के सभी राज्यों की यात्रा कर वहां के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित करेंगे। यह महाकुंभ को भव्य और दिव्य आयोजन बनाने की दिशा में अहम कदम है। सभी मंत्री राज्य सरकार के दूत बनकर जाएंगे।