कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाले कृषि विभाग ने खरीफ सीजन 2024-25 में धान उत्पादन से संबंधित अग्रिम अनुमान जारी किए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार, खरीफ सीजन में देश का धान उत्पादन 1199.34 लाख टन पर पहुंचा है, जो कृषि क्षेत्र की स्थिति और किसानों की मेहनत का प्रमाण है।
खरीफ सीजन 2024-25 के दौरान देशभर में धान की खेती 433.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में की गई। इस अवधि में औसत उपज 2765 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रही। यह उत्पादन पिछले सालों की तुलना में स्थिरता दर्शाता है, हालांकि कुछ राज्यों में उन्नत कृषि तकनीकों का इस्तेमाल बेहतर परिणाम लाया है।
पंजाब की प्रति हेक्टेयर उपज 4527 किलोग्राम रही, जो अन्य राज्यों से काफी अधिक है। वहीं, उत्तर प्रदेश ने कुल उत्पादन में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है।
भारत न केवल धान उत्पादन में आत्मनिर्भर है, बल्कि वैश्विक चावल बाजार में एक अहम खिलाड़ी भी है। देश ने 2023-24 के दौरान 5.24 मिलियन मीट्रिक टन बासमती चावल और 11.16 मिलियन मीट्रिक टन गैर-बासमती चावल का निर्यात किया, जिसकी कुल कीमत लगभग 86193.66 करोड़ रुपये थी। वहीं, देश ने 77.87 मिलियन मीट्रिक टन चावल का आयात भी किया।
सरकार ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2300 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। वर्तमान बाजार दर 2500 से 3000 रुपये प्रति क्विंटल के बीच है, जो किसानों के लिए लाभकारी स्थिति दर्शाती है।