विदेश से महाकुंभ में आने वाले साधु संत और पर्यटक श्रद्धालुओं के लिए पांच सितारा सुविधाओं वाले काटेज तैयार हो गए हैं। महाकुंभ में पांच सितारा होटल सरीखे सुविधाओं वाले टेंट तैयार किए जा रहे हैं। एक महीने से अधिक समय से मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल के कारीगर लक्जरी कॉटेज को तैयार करने में जुटे हैं। महाकुंभ के सेक्टर नंबर 18 में ब्रह्मलीन पायलट बाबा के शिविर में रूस, यूक्रेन, जर्मनी, अमेरिका सहित कई देशों के संतों के रहने के लिए सर्व सुविधा संपन्न लक्जरी कॉटेज का निर्माण किया जा रहा रहा है। पूरा कार्य महंगे प्लाई वुड और लोहे की प्लेट और एंगल के माध्यम से किया जा रहा है।
गंगा की रेती पर बनने वाले इन कॉटेज और पंडाल में मिट्टी और रेत का नामो निशान नहीं दिखेगा। मुख्य द्वार पर भव्य मंदिर बनाया जा रहा है। पंडाल के बीच में हवन, पूजन और ध्यान लगाने के लिए मंडप का निर्माण किया जा रहा है। व्यवस्था की देखरेख कर रहे खप्पर बाबा ने बताया कि पहले स्नान पर्व के पहले सारे कॉटेज और टेंट तैयार कर लिए जाएंगे। 10 जनवरी के पहले सभी विदेशी संत कैंप में पहुंच जाएंगे।
उत्तरप्रदेश पर्यटन विभाग ने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ये खास व्यवस्था की है। पर्यटन विभाग ने अपने यहां आने वाले मेहमानों के लिए इस स्विज कॉटेज का इंतजाम किया है जिसकी भव्यता देखने लायक है। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस कॉटेज का एक दिन का किराया बारह हजार रुपए है। यानि महाकुंभ में इन कॉटेजों की साज-सज्जा फाइव स्टार होटल को भी मात दे रही है।
एक जानकारी अनुसार बाहर से तंबू के आकार का दिखने वाला ये कॉटेज अपने आप में बेहद खास है। कॉटेज के अंदर टेंट के जरिए बनाए गए खास कमरों में सभी तरह की सुख-सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। बेहतरीन सजावट के साथ कॉटेज के अंदर हर आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं यानि कुंभ स्थल में रहते हुए भी आप पांच सितारा होटल का आनंद ले सकते हैं। इन कॉटेजों को विदेशी टूरिस्ट काफी पसंद कर रहे हैं।
गौरतलब है कि संगम नगरी इलाहाबाद आस्था के रंग में रंगी हुई है। महाकुंभ के मौके पर संगम स्थल पर विदेशी श्रद्धालुओं और साधु, संतों का जमावड़ा लगा हुआ है। कुंभस्थल पर देशी-विदेशी मेहमानों के रहने-खाने की व्यवस्था भी किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं है।