मध्य प्रदेश प्रदेश के लाखों किसान फरवरी में आनेवाली किसान सम्मान निधि की नई किस्त से वंचित रह सकते हैं। किसानों के लिए इस बार फार्मर आइडी अनिवार्य कर दी गई है। प्रदेशभर में इसके लिए बाकायदा अभियान चलाया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी ज्यादातर जिलों में लाखों किसानों की आइडी नहीं बन सकी है। केवल खंडवा जिले में ही एक लाख से ज्यादा किसानों की फार्मर आइडी नहीं बनी है। यहां पंद्रह दिन से इ-साइन में यह प्रक्रिया अटकी पड़ी है। सीएसी, एमपी ऑनलाइन पर भी फार्मर आइडी बनाने का कार्य चल रहा है लेकिन यहां भी आइडी जनरेट नहीं हो पा रही है।
मध्य प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना फार्मर आइडी की प्रक्रिया पोर्टल पर इ-साइन प्रक्रिया में अटक गई है। खंडवा में तो पंद्रह दिन से पोर्टल ‘ सारा ’ में तकनीकी त्रुटि के कारण फार्मर आइडी जनरेट नहीं हो रही है।
मिली जानकारी अनुसार माह के विशेष अभियान के बाद भी खंडवा जिले में अभी तक सिर्फ 56 हजार 719 किसानों की फार्मर आइडी जनरेट हो सकी है। शेष एक लाख 8 हजार 320 किसानों की फार्मर आइडी नहीं बन सकी है। फार्मर आइडी जनरेट नहीं होने वाले किसानों के खाते में फरवरी माह में किसान सम्मान निधि नहीं आने की सूचना है।
किसान समान निधि योजना में फर्जीवाड़ा रोकने केंद्र योजना के तहत लाभ लेने वाले किसानों की गाइड लाइन के तहत फार्मर आइडी बनाई जा रही है। फार्मर आइडी सभी किसानों बनेगी। प्रारंभिक चरण में किसान समान निधि योजना के तहत एक लाख 65 हजार 39 किसानों की फार्मर आइडी बनाने का कार्य चल रहा है। 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक विशेष अभियान चला। सीएम ने इस अभियान को 26 जनवरी तक बढ़ा दी है। डेडलाइन बढ़ाए जाने के बाद पंद्रह दिन से पोर्टल पर तकनीकी त्रुटि के चलते इ-साइन का प्रोसेस नहीं हो रही है।
फार्मर आइडी बनाने का कार्य सीएसी, एमपी ऑनलाइन पर चल रहा था। पांच दिन से इन केंद्रों पर भी आइडी जनरेट नहीं हो पा रही है। मुख्य साइट में तकनीकी त्रुटि के कारण इ-साइन का प्रोसेस नहीं हो रहा है। इससे निजी स्तर पर आइडी जनरेट कराने वाले किसान भी परेशान हैं।