कांग्रेस ने रविवार को राहुल गांधी की अगुआई में मणिपुर से 67 दिन लंबी भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की जो मुंबई तक जाएगी। इस मौके पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल ने भारत के लोगों के सामने बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और बढ़ती आर्थिक असमानता को लेकर चिंता जताई।
यात्रा की शुरुआत मणिपुर के थोबाल से हुई क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड पर सार्वजनिक सभा के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म और राजनीति का घालमेल कर लोगों को भड़का रहे हैं। खरगे ने जातीय संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर में पिछले आठ महीने में एक बार भी दौरा न करने के लिए उनकी आलोचना की।
राहुल ने अपनी 6,713 किलोमीटर लंबी यात्रा के बारे में कहा कि यह लोगों की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय की मांग का संदेश देने के बारे में है क्योंकि आर्थिक असमानता बढ़ रही है और एकाधिकार कुछ लोगों के हाथों तक ही सीमित हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ गई है और महंगाई भी है जिसका सामना आम भारतीयों को करना पड़ रहा है जबकि आबादी के महत्त्वपूर्ण वर्ग, जैसे दलित और आदिवासी की आवाज, देश की शासन प्रणाली में कोई खास प्रभाव नहीं रख पा रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक पहले की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में उनका प्रयास लोगों की ‘मन की बात’ को सुनना था और वे भारत के बारे में क्या सोचते हैं यह जानना था। इस न्याय यात्रा के दौरान भी वे ऐसा ही करेंगे जो मुंबई में 20 मार्च को समाप्त होगी।
कांग्रेस ने ‘इंडिया’ के नेताओं को भी इस यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, विपक्षी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर वाकयुद्ध जारी है। इस मौके पर खरगे को शनिवार को विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ का अध्यक्ष घोषित किया गया था। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के होठों पर ‘राम’ हैं लेकिन दूसरी तरफ एक छुरा है। उन्हें लोगों के प्रति ऐसा रवैया नहीं रखना चाहिए।’