कम पढ़े-लिखे किसान ने बायोगैस प्लांट लगाने के लिए 30 साल तक 17 प्रयोग किए। मटके और ड्रम तक का यूज किया। आखिर सफलता मिली तो ऐसी मिली कि 11 साल से घर की बिजली, खेत का इंजन, पानी की मोटर, चारा काटने की मशीन और रसोई का ईंधन सब कुछ खुद के ईजाद किए बायोगैस प्लांट से ही चला रहा है।
गाय के गोबर और बायो वेस्ट से तैयार किए गए प्लांट देखने और सीखने के लिए दूर-दराज से इस किसान के पास लोग आते हैं।खेती-किसानी में किए गए इस नवाचार के लिए किसान को 100 से ज्यादा मेडल और प्रमाण-पत्र मिले हैं।images credit – google