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छत्तीसगढ़ : अब फसलो के अलावा सब्जियों का भी फसल-बीमा होगा

अभी तक इस योजना के तहत मुख्य रूप से रबी और खरीफ की फसलों का बीमा किया जाता था। अब इस योजना के तहत किसान सब्जियों का बीमा भी करवा सकते हैं। इस योजना के तहत आलू, प्याज, टमाटर जैसी सब्जियों का बीमा किया जाएगा। छत्तीसगढ़ में किसानों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए पीएम फसल बीमा योजना के तहत मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की गई है। इसके तहत रबी सीजन में उगने वाली कई सब्जियों को फसल बीमा के दायरे में लाया गया है। इससे राज्य के किसानों को लाभ होगा।

अब किसानों को सब्जियों में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान की भरवाई संभव हो सकेगी। इस योजना के तहत राज्य के किसान 15 दिसंबर 2022 तक अपनी बागवानी फसलों बीमा करवा सकते हैं। आज हम ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से आपको मौसम आधारित फसल बीमा योजना की जानकारी दे रहे हैं।

उद्यानिकी फसलों की खेती कर रहे किसानों को विपरीत मौसम जैसे कम तापमान, अधिक तापमान, बीमारी अनुकूल मौसम, कीट व्याधियों का प्रकोप, कम या अधिक वर्षा की स्थिति निर्मित होना, ओला वृष्टि, चक्रवाती हवाएं आदि से उद्यानिकी फसलों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना लागू की गई है। उद्यानिकी विभाग से मिली जानकारी अनुसार रबी वर्ष 2022 में रायपुर जिला अन्तर्गत बीमा कराने वाले कृषकों को अधिसूचित फसल के अनुसार निर्धारित ऋणमान का 5 प्रतिशत प्रीमियम राशि कृषक अंश के रूप में ऋणी एवं अऋणी दोनों प्रकार के किसानों को जमा करानी होगी।

मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत किसान राज्य के किसानों को किस फसल पर निर्धारित बीमा राशि पर कितना प्रीमियम देना होगा। इसका विवरण इस प्रकार से है-

  • टमाटर की फसल के लिए प्रति हेक्टेयर बीमा राशि एक लाख 20 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 6000 रुपए होगी।
  • बैंगन की फसल के लिए प्रति हेक्टयर बीमा राशि 77 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 3850 रुपए होगी।
  • फूलगोभी के लिए प्रति हेक्टेयर बीमा राशि 70 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 3500 रुपए होगी।
  • पत्तागोभी के लिए प्रति हेक्टेयर बीमा राशि 70 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 3500 रुपए होगी।
  • प्याज के लिए प्रति हेक्टेयर बीमा राशि 80 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 4000 रुपए होगी।
  • आलू के लिए प्रति हेक्टेयर बीमा राशि एक लाख 20 हजार रुपए है जिसमें प्रति हेक्टेयर किसान की हिस्सेदारी 6000 रुपए होगी।
  • मौसम आधारित फसल बीमा योजना छत्तीसगढ़ में आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
  • मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत ऋणी और अऋणी दोनों प्रकार के किसान अपनी बागवानी फसल यानि सब्जी वाली फसलों का बीमा करवा सकेंगे। इसके लिए आवेदन हेतु उन्हें जिन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, वे इस प्रकार से हैं-
  1. फसल बीमा का आवेदन फार्म
  2. फसल बुआई का प्रमाण-पत्र
  3. किसान के खेत का नक्शा, खसरा
  4. किसान का आधार कार्ड बैंक पासबुक की छायाप्रति जिसमें आईएफएससी कोड, शाखा, खाता क्रमांक इत्यादि का स्पष्ट उल्लेख हो।मौसम आधारित फसल बीमा योजना के लिए कैसे करें आवेदन (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana)
    मौसम आधारित फसल बीमा योजना में आवेदन आपको पीएम फसल बीमा योजना के तहत ही करना होगा। इसके लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं। ऑफलाइन आवेदन के लिए आपको फसल बीमा योजना की वेबसाइट पर जाकर वहां से फार्म डाउनलोड करके उसका प्रिंट लेकर उसे सही प्रकार से भरकर उसके साथ मांगे गए दस्तावेजों की कॉपी लगाकर कृषि विभाग या उद्यानिकी विभाग कार्यालय में जमा कराना होगा। सत्यापन के बाद आपका फार्म संबंधित विभाग द्वारा स्वीकार कर लिया जाएगा। वहीं यदि आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो इसकी आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार से है-

सबसे पहले आपको पीएम फसल बीमा योजना की ऑफिशियल वेबसाइट https://pmfby.gov.in/ पर जाना होगा।
रजिस्ट्रेशन के बाद आपको Apply as a farmer के विकल्प का चयन करना है।
इसके बाद आपकी स्क्रीन पर एक फॉर्म खुलेगा।
यहां आपको फार्म में पूछी गई जानकारी को सही-सही भरना होगा।
फॉर्म पूरा भरने के बाद एक बार इसे एक बार पुन: ध्यानपूर्वक देख लें ताकि कोई गलती न रह जाए।
इसके बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक करना होगा।
फॉर्म जमा होने के बाद आपको एक कोड मिलेगा।
इस कोड को आपको क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस के लिए संभाल कर रखना होगा।
इस तरह मौसम आधारित फसल बीमा योजना के लिए आपकी आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

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