चीनी मिलों में नया पेराई सीजन शुरू शुरू होने वाला है। किसान बीते साल के गन्ना बकाया की मांग कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के हजारों किसानों ने लखनऊ में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर महापंचायत की। यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों की मांगों को दोहराया और पेराई शुरू होने से पहले सभी भुगतान करने की मांग दोहराई है।
लखीमपुर जिले में बजाज ग्रुप खंभारखेड़ा, गोला, पालिया स्थित चीनी मिलों ने पिछले सत्र का अब तक शत प्रतिशत भुगतान नहीं किया है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारियों ने बकाया गन्ना भुगतान सहित विभिन्न मांगों का पांच सूत्रीय ज्ञापन सीडीओ को सौंपा। संगठन के जिला अध्यक्ष अंजनी कुमार दीक्षित की अगुवाई में पदाधिकारियों ने सीडीओ अनिल कुमार सिंह को ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा, भुगतान में देरी से किसान आर्थिक मुसीबत में है, और जल्द से जल्द बकाया भुगतान किया जाना चाहिए।
ज्ञापन के माध्यम से पेराई सीजन शुरू होने से पहले शत प्रतिशत भुगतान, गन्ने का प्रति क्विंटल मूल्य 500 रुपये कराने, मृतक किसान छोटेलाल के परिजनों को उचित मुआवजा और बजाज ग्रुप क्षेत्र के किसानों को कर्ज मुक्त करने, आवारा एवं जंगली पशुओं से निजात दिलाने की मांग की।
मांगे पूरी न होने पर किसानों ने आंदोलन करने की चेतावनी दी है।इस मौके पर अजीत सिंह, दुलीचंद वर्मा, बाल गोविंद वर्मा, ब्रज बिहारी शुक्ला, संजय सिंह, भगवत गिरि आदि मौजूद रहे।
मेरठ मंडल में किसानों का शत-प्रतिशत भुगतान में विफल किनौनी मिल के खिलाफ किसानों का गुस्सा फुटा है।मिल ने पिछले पेराई सत्र का संपूर्ण बकाया भुगतान नहीं किया है, अभी भी मिल पर 300 करोड़ से ज्यादा बकाया है। इससे गुस्साए किसानों ने मलियाना गन्ना समिति चेयरमैन बिजेंद्र प्रमुख के नेतृत्व में शुक्रवार को पांडव नगर स्थित गन्ना भवन पर प्रदर्शन कर उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र और जिला गन्ना अधिकारी डॉ. दुष्यंत कुमार का घेराव किया।
किसानों ने किनौनी चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र हटाकर दूसरी शुगर मिलों को आवंटित करने की मांग की।बिजेंद्र प्रमुख ने कहा कि किनौनी चीनी मिल पिछले 10 सालों से किसानों का समय से भुगतान नहीं कर रही है। किसानों ने गन्ना आयुक्त के नाम 7 सूत्रीय मांग पत्र भी सौंपा। ज्ञापन में गन्ना सुरक्षण बैठक मंडल स्तर पर कराने, किनौनी मिल के सेंटर काटकर समय से भुगतान करनेवाली मिल को आवंटित करने, देरी से गन्ना बकाया भुगतान पर ब्याज दिलाने आदि की मांग की गई है। इस मौके पर नजाकत अली, मोहित चिंदौड़ी, दीपक प्रधान, सुरेंद्र सिंह, सतीश कुमार, मनोज प्रधान, सुनील चौधरी, कुंवरपाल सिंह, सत्यपाल सिंह, मुस्तकीम आदि मौजूद रहे।
बागपत जिले में गन्ना बकाया भुगतान को लेकर रालोद आक्रामक हो गई है। रालोद ने डीएम को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द गन्ना भुगतान करने की मांग की। रालोद राष्ट्रीय महासचिव सुखबीर सिंह गठिना के नेतृत्व में जनपद के किसानों के शत प्रतिशत भुगतान की मांग की।
रालोद कार्यकर्ताओ ने कहा कि, जनपद के मलकपुर, भैंसाना, किनोनी आदि मिलों पर 500 करोड़ से ज्यादा का बकाया है।जिसमे सबसे ज्यादा 300 करोड़ का अकेले मलकपुर मिल पर बकाया है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विश्वास चौधरी ने बताया की, आगामी सीजन आ चुका है, लेकिन गत सीजन का पेमेंट अभी बकाया है। उन्होंने डीएम से गन्ना मिलों पर किसानों का शेष गन्ना पेमेंट मय ब्याज के जल्द से जल्द भुगतान कराने की मांग की। इस मौके पर ओमवीर ढाका, अमित जैन, एडवोकेट नीरज शर्मा, कवरपाल हुड्डा, राममेहर सिंह, प्रमोद तोमर, ब्रिजेश चौधरी आदि मौजूद रहे।
शाहजहांपुर जनपद में गन्ना मूल्य भुगतान में देरी के लिए मकसूदापुर चीनी मिल पर कार्रवाई की गई। मिल द्वारा गन्ना किसानों को भुगतान न होने पर जिला गन्ना अधिकारी ने नोटिस भेजकर तत्काल भुगतान करने के आदेश दिए है।
मिल प्रबंधन को भुगतान के कई बार निर्देश देने के बावजूद किसानों का भुगतान नही किया जा रहा था। इससे किसानों में काफी आक्रोश था, और इसके चलते गन्ना विभाग मिल के खिलाफ एक्शन लेनी पड़ी।
बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसान तथा किसान संगठन कई प्रदर्शन कर चुके है, लेकिन प्रबंधन टस से मस नही हुआ था। जिलाधिकारी की बैठक के बाद जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्रा ने मकसूदापुर चीनी मिल को नोटिस भेजकर बकाया गन्ना किसानों के भुगतान करने के निर्देश दिए है।