मुजफ्फरनगर, खतौली: पशुपालकों की समस्याओं को हल करने में 1962 मोबाइल वेटरनरी एम्बुलेंस सेवा एक वरदान साबित हो रही है। खतौली के चांद समन गांव के पशुपालक कुलदीप कुमार ने बुधवार को इस सेवा का लाभ उठाया। उनकी भैंस दो दिनों से बीमार थी और खाना-पीना बंद कर दिया था। कुलदीप ने 1962 हेल्पलाइन पर कॉल कर मदद मांगी।
सूचना मिलते ही मोबाइल वेटरनरी यूनिट (यूपी 32 ईजी 3582) 20 मिनट के भीतर उनके घर पहुंच गई। टीम में शामिल पशु चिकित्सक आशीष कुमार और उनके सहकर्मी धनवीर ने जांच की तो पाया कि भैंस तेज बुखार से पीड़ित थी। तत्काल उपचार करते हुए उसे इंजेक्शन लगाया गया। केवल 15-20 मिनट के भीतर भैंस की हालत में सुधार दिखने लगा और वह फिर से जुगाली करने लगी।
इस दौरान ड्राइवर मोहित कुमार भी मौजूद थे। पशु चिकित्सक आशीष कुमार ने बताया कि भैंस सोमवार से बुखार से ग्रसित थी, जिससे उसने खाना-पीना छोड़ दिया था। समय पर उपचार से वह अब स्वस्थ है।
पशुपालक कुलदीप ने इस त्वरित सेवा के लिए प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने 1962 मोबाइल वेटरनरी यूनिट के सफल संचालन के लिए ज़ेनप्लस फ्लीट प्रा. लिमिटेड और उसकी टीम की भी सराहना की।
यह घटना दर्शाती है कि सरकार की यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों के लिए कितनी लाभकारी सिद्ध हो रही है।