आपने अभी तक काले- नीले रंग के जामुन खाये होंगे| अब सफेद रंग के रसीले जामुन बाज़ार मे आयेंगे| सफेद जामुन का स्वाद भी काले जामुन जैसा है| अलबत्ता गुणों की खान है | ओडिसा के बाद अब महाराष्ट्र में भी किसान इसकी खेती में दिलचस्पी ले रहे हैं | इसकी बागवानी में काले जामुन से कहीं अधिक मुनाफा है|
सफेद जामुन को वैक्स जम्बू भी कहा जाता है| यह सबसे स्वादिष्ट गर्मियों के फलों में से एक है और काले जामुन या काले बेर का एक प्रकार है| इसकी बनावट और पानी की सामग्री के कारण इसे मोम सेब या पानी का सेब भी कहा जाता है|
सफेद जामुन में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो आपके स्किन के साथ-साथ की स्वास्थ्य लाभ देता है। कोलेजन का निर्माण करने के साथ-साथ यह इम्यूनिटी सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। अगर सर्दी-जुकाम से बचना चाहते हैं तो सिर्फ दोपहर के समय ही इसका सेवन करें।
इस फल में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो कब्ज, अपच जैसी समस्या को दूर करता है। सेब की तरह इस फल में भी अधिक मात्रा में पानी पाया जाता है। जिसके कारण इसका सेवन करने से आपके शरीर में कभी भी पानी की कमी नहीं होगी।
दांतों, हड्डियों को रखें मजबूत – सफेद जामुन में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते है। जो आपके दांतों और हड्डियों को मजबूत रखने के साथ-साथ शरीर की कमजोरी को दूर करता है।
डायबिटीज रोगियों के लिए भी सफेद जामुन बहुत अच्छा है, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है| बीज कैल्शियम से भरपूर होते हैं और प्रोटीन में भी उच्च होते हैं| फल गले के संक्रमण को कम करने में भी मदद करता है| सफेद जामुन का नियमित सेवन भी पेट फूलने से लड़ने में मदद करता है|