गुजरात की गिर नस्ल की गाय उत्तर प्रदेश में ज्यादा दूध से पशुपालको की आमदनी बढायेंगी| इसी तरह से ज्यादा व पौष्टिक दूध देने वाली हरियाणा की मुर्रा भैंस अब मध्य प्रदेश के किसानों की शान बनेगी | इस योजना के तहत मध्य प्रदेश सरकार ने हरियाणा से मुर्रा भैंसे मंगाने की योजना को अंतिम रूप दिया है|
मध्य प्रदेश में लघु सीमांत किसानों से केवल 50 फ़ीसदी रकम लेकर उन्हें दो मुर्रा भैंस उपलब्ध कराई जाएगी| किसानों के लिए मुर्रा भैंस हरियाणा से मंगवाई जाएगी| सब्सिडी पर मुर्रा भैंस देने की शुरुआत भोपाल मंडल के रायसेन, विदिशा और सीहोर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जा रही है|
गहरे काले रंग की मुर्रा भैंस के खुर और पूंछ के निचले हिस्से पर सफेद धब्बा होता है| इसकी छोटी सी मुड़ी हुई सिंह होती है| मुर्रा भैंस की औसत दूध उत्पादन क्षमता 1750 से 1850 लीटर प्रति ब्यात होती है| मुर्रा भैंस के दूध में वसा की मात्रा 9 फ़ीसदी के करीब होती है|
इस समय मुर्रा भैंस देश में सबसे अधिक दूध देने वाली नस्ल है| मुर्रा नस्ल की भैंस हरियाणा के रोहतक, हिसार, जींद और पंजाब के नाभा-पटियाला जिले में पाई जाती है| पिछले कुछ समय से कई राज्यों के पशुपालक मुर्रा भैंस पालने लगे हैं|
मध्य प्रदेश सरकार की अनुदान (सब्सिडी स्कीम) के तहत मुर्रा भैंस खरीदने के बाद उसे 5 साल रखना अनिवार्य किया गया है| अगर 3 साल में किसी पशुपालक की मुर्रा भैंस मर जाती है तो किसान को दूसरी भैंस मिलेगी| मध्य प्रदेश सरकार की योजना में किसानों को दो मुर्रा भैंस दिया जाना है| इसमें एक भैंस 5 महीने की गर्भवती रहेगी जबकि दूसरी भैंस का 1 महीने का बच्चा रहेगा| इन दोनों में से एक भैंस पहले दिन से दूध दे सकेगी|