उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल में आम के बगानों में मौसम की जबरदस्त मार पड़ी है| इसी कारण आम के फलों को काफी नुकसान पहुंचा है| ऐसे में कम फल होने की मार झेल रहे किसानों को आंधी और बारिश के कारण दोहरी मार का सामना करना पड़ा है| क्योंकि तेज आंधी के कारण बड़ी मात्रा में आम पेड़ से झड़ गए हैं|
मंडल के अमरोहा, धनौरा, हसनपुर, बिलारी, रामपुर, नौगावां सादात,बिजनौर, नहटौर, नगीना जैसे इलाकों में आम की पैदावार होती है|
आम उत्पादक हर साल बागों के रख-रखाव पर बड़ी धन राशि खर्च करते हैं| इन बागों से हजारों लोगों को रोजगार मिलते हैं|
एक आम उत्पादक नदीम ने बताया कि वह आम का उत्पादन करते हैं| भारी बारिश और आंधी के कारण उनके पेड़ से आम के फल पकने से पहले ही गिर गए हैं|
इससे आम उत्पादकों काफी नुकसान का उठाना पड़ रहा है| क्योंकि अगर आम पकने के बाद वो उन्हे बेचते तो अधिक की कमाई होती पर
अब कच्ची अवस्था में ही आम गिर गए हैं| किसानो को उम्मीद थी की दो साल के दौरान लॉकडाउन में जो घाटा हुआ वो इस बार अच्छे दामों पर बिक्री होने से मुनाफा कमा लेगें, पर ऐसा नहीं हो पाया| इस बार तीन गुना कम उत्पादन हुआ है|
गौरतलब है कि देश में कोरोना के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के चलते दो साल किसान अपने आम ठीक से नहीं बेच पाए थे, इसके कारण अच्छी कमाई नहीं हो पायी थी| हालांकि आम किसानों को यह उम्मीद थी इस बार उन्हें आम के अच्छे दाम मिलेंगे|
इस बार आम के पेड़ों में फल भी कम आये थे| इसके कारण किसान थोड़े चिंतित थे, पर आंधी-बारिश ने किसानों को और परेशानी में डाल दिया है| आम का बेहतर उत्पादन पाने के लिए किसानों ने फलों की अच्छी तरह से देखभाल की थी| तीसरे यहां के आम किसानों को निराशा हाथ लगी है|