गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) को नोएडा की तर्ज पर विकसित करने की कवायद तेज हो गई है। आने वाले छह महीने में दूध और शराब की बड़ी फैक्ट्रियां स्थापित होने जा रही हैं। दोनों प्लांट में 750 करोड़ से अधिक का निवेश होगा। जिसमें 2000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने बीते दिनों अधिकारियों के साथ बैठक में औद्योगिक विकास पर विशेष जोर दिया था। ऐसे में गीडा सीईओ पवन अग्रवाल अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने के साथ ही भू-खंड आवंटन पर जोर दे रहे हैं। मिल्क प्लांट और डिस्टिलरी के लिए भूखंड आवंटन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। माना जा रहा है कि महीने भर के अंदर इसकी औपचारिकता पूरी हो जाएगी।
डेयरी उत्पादों को लेकर ज्ञान डेयरी गीडा में 5 एकड़ में अत्याधुनिक प्लांट लगाने जा रही है। यहां 250 करोड़ से अधिक का निवेश होगा। दुग्ध उत्पादकों को अपने उत्पाद को बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। घर पर ही उन्हें दूध का उचित मूल्य मिल जाएगा।
इसी क्रम में केयान डिस्टलिरीज भी 500 करोड़ से अधिक का निवेश करेगी। प्लांट लगाने के लिए गीडा प्रशासन से 20 एकड़ भूखंड की मांग की है। गीडा में पहले से ही एक डिस्टलरी है, जहां बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार मिला हुआ है। दोनों प्लांट में 2000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
बलिया जिले की एक कंपनी 1200 करोड़ रुपये रुपये से एशिया का सबसे बड़ा इथेनाल प्लांट स्थापित किया जा रहा है| इस कंपनी की स्थापना से पांच हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा
प्रदेश में योगी सरकार -2 बनने के बाद से बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने की तैयारी शुरु हो गई है| बलिया के युवा उद्यमी विनय कुमार सिंह ने पहल शुरु कर दी है
मैसर्स केयान डिस्टिलरीज गोरखपुर के गीडा में एशिया का सबसे बडा इथेनाल प्लांट स्थापित करेगी| इसके लिए 80 एकड जमीन की व्यवस्था की मांग की है|