महाराष्ट्र मे सरकार छोटे किसानों को अंगूर और केला की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है| राज्य सरकार की बागवानी फसलों को बढ़ावा देने की नीति में अंगूर और केला को भी शामिल कर लिया गया है| ऐसे में छोटे किसानों को इससे लाभ मिल सकता है| वैसे तो महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर अंगूर की खेती होती है, लेकिन ज्यादातर बड़े किसान ही इससे जुड़े हुए हैं| हाल ही में पेश हुए बजट में बागवानी फसलों को प्रोत्साहन देने वाली लिस्ट में अंगूर और केला को शामिल किए जाने के बाद छोटे किसानों को इससे लाभ मिलने की बात कही जा रही है|
राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार ने कहा कि मौजूदा बागवानी फसलों की खेती वाली नीति में अंगूर और केला को शामिल करने से महाराष्ट्र में इनका उत्पादन और बढ़ेगा| इससे छोटे किसान लाभांवित होंगे| ऐसे में उन्हें ज्यादा से ज्यादा इन फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है| महाराष्ट्र के नासिक जिले में बड़ी मात्रा में अंगूर का उत्पादन होता है|
एक अनुमान के मुताबिक, राज्य में 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर में अंगूर की खेती होती है| कुल रकबे के आधा हिस्सा में अकेले नासिक जिले के किसान ही खेती करते हैं| यहां पर प्रति हेक्टेयर 20 माट्रिक टन तक पैदावार होती है|
राज्य में केला की खेती का रकबा 78 हजार हेक्टेयर है, जिसका 67 प्रतिशत अकेले जलगांव जिले में है| बागवानी विभाग के मुताबिक, जलगांव में प्रति हेक्टेयर 75 मीट्रिक टन से अधिक केला का उत्पादन होता है|
कृषि विशेषज्ञों और किसानों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से किसानों को अनुदान पाने में आसानी होगी| वे इसका लाभ लेकर ज्यादा से ज्यादा उत्पादन करेंगे, जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी की उम्मीद है| राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की इस योजना के चलते लागत में सीधे 50 प्रतिशत की कमी आ जाएगी, जिसका लाभ छोटे किसानों को मिलेगा| उन्हें अब पौधे लगाने के लिए सरकार से छूट मिला करेगी|