हर साल मामूली लागत लगाकर आप 15 लाख रुपये तक की मोटी कमाई कर सकते हैं| इसके लिए आपके पास एक हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए| आपने शादी, त्योहार समेत ज्यादातर शुभ मौकों पर गेंदे के फूलों का इस्तेमाल होते हुए देखा होगा| ये फूल सजावट में तो काम आता ही है|
इसमें विटामिन सी भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है|वहीं, इसके रस का इस्तेमाल त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं के इलाज में भी काम आता है. वहीं, कई गंभीर रोगों की दवाएं बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है| ऐसे में गेंदे के फूल की खेती करना फायदे का सौदा साबित हो सकता है|
गेंदे के फूल के रस का इस्तेमाल दिल के रोग, कैंसर और स्ट्रोक को रोकने में मददगार साबित होता है| यही नहीं, इस फूल से इत्र और अगरबत्ती भी बनाई जाती है|
अगर आपके पास एक एकड़ खेती योग्य जमीन है तो आप हर साल 5-6 लाख रुपये की कमाई कर सकते हैं. एक एकड़ खेत में हर हफ्ते 3 क्विंटल तक फूल की पैदावार हो जाती है| खुले बाजार में इसके फूल की कीमत 70 रुपये प्रति किग्रा तक मिल जाती है यानी हर हफ्ते 20 हजार रुपये तक की आमदनी हो सकती है|
बता दें कि हर साल गेंदे के फूल की खेती तीन बार की जा सकती है| इसको एक बार लगाने के बाद दो साल तक फूल छांटे जा सकते हैं| सालभर में एक एकड़ खेती में करीब 1 लाख रुपये की लागत आती है|
एक हेक्टेयर खेत में गेंदे की खेती के लिए 1 किलो तक बीज की जरूरत पड़ती है| इस बीच से गेंदे के फूल की नर्सरी तैयार की जाती है|
इसके बाद गेंदे का पौधा 4 पत्तियों का होने पर रोपाई की जाती है. करीब 35-40 दिन में गेंदे में कली आने लगती है| अच्छी पैदावार के लिए बीच की पहली कली को करीब 2 इंच नीचे से तोड़ देना अच्छा माना जाता है| इससे गेंदे में एकसाथ कई कलियां आती हैं| पहले सर्दियों के मौसम में गेंदे के फूल की पैदावार लेना मुश्किल होता था, लेकिन अब बागवानी विभाग बेमौसम पैदावार लेने में किसानों की मदद करता है|
गेंदे के फूल को पाले और मवेशियों से बचाना पड़ता है| गेंदा फूल की प्रमुख किस्में बोलेरो, ब्राउन स्काउट, गोल्डन, बटरस्कॉच, स्टार ऑफ इंडिया, येलो क्राउन, रेड हेट, बटरवाल और गोल्डन जेम हैं| इनके बीज पुणे व कोलकाता में आसानी से मिल जाते हैं|
कुछ किसान एक साल साल में गेंदे की चार फसलें तक ले रहे हैं| ऐसे किसान साल में चार बार बीज डालते हैं. आमतौर पर गेंदे के पौधे रोपाई के 40 दिन के भीतर फूल देना शुरू कर देते हैं| इन फूलों को अच्छी तरह विकसित होने के बाद ही पौधे से तोड़ना चाहिए| गेंदे के फूलों को सुबह या शाम के समय ही तोड़ना चाहिए|