जयपुर । सूबे की सभी सहकारी समितियों में जल्दी ही गोदाम बनाये जायेंगे। इन गोदामों की भंडारण क्षमता पांच सौ मीट्रिक टन होगी।
यह जानकारी देते हुए सहकारिता विभाग की प्रमुख सचिव श्रेया गुहा ने बताया कि सूबे की गहलोत-सरकार किसानों को राहत देने के लिए कई कदम उठा रही है। भंडारण के लिए यह निर्णय उसी क्रम में है।
उन्होंने किसानों से साल 2022 में रबी और खरीफ सीजन में किसानों से खरीदी गई उपज की जानकारी भी साझा की। सुश्री गुहा ने बताया कि राजफैड ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर साल 2022 में खरीफ एवं रबी सीजन में 2296.63 करोड़ रूपये की उपज खरीदी है। ये उपज 1,80,167 किसानों से खरीदी गई। इसी तरह 2023-24 में एमएसपी पर दलहन और तिलहन के सीजन में 3968 करोड़ रूपये की खरीद की गई। यह उपज 2,81,174 किसानों से खरीदी गई है।
सहकारिता विभाग के किसानों के हित में जारी प्रयासों की चर्चा करते करते हुए बताया कि सूबे में
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राजफैड ने साल 2022 और 2023 में कुल 11.26 लाख मीट्रिक टन उपज की खरीद की है। यह करीब 6264 करोड़ रूपये की उपज है। इन दोनों साल में कुल 4,61,341 किसानों से उपज खरीदी गई। वहीं, राजफैड ने साल 2022-23 में 3.99 करोड़ रूपये का शुद्ध लाभ एवं सकल लाभ 28.56 करोड रूपये अर्जित किया है।
उपज खरीद के बाद किसानों के जन-आधार कार्ड में दिए गए बैक खाते में ऑनलाइन भुगतान किया जाता है। किसानों के लिए उपज खरीद केन्द्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है। किसानों को अच्छी गुणवता का बीज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से राजफैड द्वारा क्रय विक्रय सहकारी समितियों को उन्नत बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं।